नई दिल्ली: संविधान दिवस 2025 आज है. संविधान को अपनाने की 76वीं वर्षगांठ है. 26 नवंबर, 1949 को भारतीय संविधान सभा ने औपचारिक रूप से संविधान को अपनाया जो 26 जनवरी, 1950 को लागू हुआ. यह दिन केंद्र सरकार द्वारा लोकतंत्र, न्याय और समानता के सिद्धांतों के उत्सव के रूप में मनाया जाता है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज सुबह करीब 11 बजे संविधान सदन के सेंट्रल हॉल में संविधान दिवस समारोह में हिस्सा लेंगे. इस अवसर पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, उपराष्ट्रपति सीपी राधाकृष्णन, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, दोनों सदनों के संसद सदस्यों सहित अन्य गणमान्य भाग लेंगे.
संवैधानिक कर्तव्य मजबूत लोकतंत्र की नींव: पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को नागरिकों से अपने संवैधानिक कर्तव्यों को पूरा करने का आग्रह किया और कहा कि ये एक मजबूत लोकतंत्र की नींव हैं. संविधान दिवस पर नागरिकों को लिखे एक पत्र में प्रधानमंत्री ने मतदान के अधिकार का प्रयोग करके लोकतंत्र को मजबूत करने की जिम्मेदारी पर भी जोर दिया और सुझाव दिया कि स्कूल और कॉलेज 18 साल के होने वाले पहली बार मतदाताओं का सम्मान करके संविधान दिवस मनाएं.
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने संविधान दिवस 2025 पर बड़ा संदेश दिया. उन्होंने एक्स पर कहा,’भारत का संविधान सिर्फ एक किताब नहीं, यह देश के हर नागरिक से किया गया एक पवित्र वादा है. वादा कि चाहे कोई किसी भी धर्म या जाति का हो, किसी भी क्षेत्र से आता हो, कोई भी भाषा बोलता हो, गरीब हो या अमीर, उसे समानता, सम्मान और न्याय मिलेगा. संविधान गरीबों और वंचितों का सुरक्षा कवच है, उनकी शक्ति है और हर एक नागरिक की आवाज है. जब तक संविधान सुरक्षित है, हर भारतीय के अधिकार सुरक्षित हैं. आइए, हम प्रण लें कि हम संविधान पर किसी भी तरह का आक्रमण नहीं होने देंगे. इसकी रक्षा करना मेरा कर्तव्य है और इसपर होने वाले हर प्रहार के सामने सबसे पहले खड़ा रहूंगा. आप सभी को संविधान दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं. जय हिंद, जय संविधान.’

