बिलासपुर। जिले से एक बेहद गंभीर मामला सामने आया है। जहां हेड मास्टर रतन लाल सरोवर ने बच्चों और कुछ युवकों को हिन्दू देवी देवताओं को न मानने और न ही पूजा करने की शपथ दिलाई. जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. जो अब चर्चा का विषय बना हुआ है। बिल्हा ब्लाक के ग्राम भरारी में स्कूल शिक्षा विभाग के प्रधान पाठक मतांतरण करवाते हुए दोषी पाए गए हैं। 22 जनवरी को अयोध्या में रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा हो रही थी। उसी दिन प्रधान पाठक ग्रामीणों को एकत्रित कर गांव के चौक पर भगवान राम, कृष्ण, भोलेनाथ समेत अन्य हिंदू देवी-देवताओं की पूजा नहीं करने व नहीं मानने की शपथ दिलवा रहे थे। वहीं अब हिंदू धर्म की आस्था और भावनाओं पर चोट पहुंचाने के आरोप में शिकायत मिलने पर पुलिस ने शासकीय प्राथमिक शाला भरारी के प्रधान पाठक के खिलाफ धारा 153–à, 295–a के तहत अपराध दर्ज किया है। मामला रतनपुर थाना क्षेत्र का है।
वीडियो में देखा जा सकता है कि प्रधान पाठक गांव के चौक पर बड़ी संख्या में बच्चों व ग्रामीणों को खड़े करवाकर भगवान राम, कृष्णा, भोलेनाथ समेत अन्य हिंदू देवी-देवताओं की पूजा नहीं करने और नहीं मानने की शपथ दिलवा रहा है। इसकी शिकायत जिला शिक्षा अधिकारी टीआर साहू से हुई। डीईओ साहू ने इस घटना की जांच कराई। जांच में शासकीय प्राथमिक शाला भरारी के प्रधान पाठक रतनलाल सरोवर द्वारा शपथ दिलवाने की पुष्टि हुई। तब उन्होंने शनिवार को प्रधान पाठक को निलंबित कर दिया।
मैं भगवान विष्णु और महेश को कभी ईश्वर नहीं मानूंगा न ही पूजा करूंगा, राम और कृष्ण को ईश्वर नहीं मानूंगा और उनकी पूजा नहीं करूंगा। मैं गौरी गणपति व हिंदू धर्म के किसी भी देवी-देवाताओं को नहीं मानूंगा, न ही उनकी पूजा करूंगा। ईश्वर ने मुझे अवतार दिया, इस पर मेरा विश्वास नहीं है। मैं कभी नहीं मानूंगा कि भगवान बुद्ध विष्णु के अवतार हैं। ऐसे प्रचार को मैं झूठा प्रचार समझता हूं। मैं श्राद्ध भी नहीं करूंगा और न ही कभी पिंडदान करूंगा। मैं हिंदू धर्म को लेकर कभी बात नहीं करूंगा। ब्राम्हण के हाथ कभी पूजा-पाठ नहीं कराऊंगा।