सरगुजा: मोबाइल फोन हमारी सुविधा के लिए है. लेकिन आजकल छात्र इस मोबाइल के एडिक्ट होते जा रहे हैं. कुछ लोग तो एक पल के लिए भी खुद को मोबाइल से दूर नहीं कर पाते. रील्स देखने और बनाने का नशा भी युवाओं और बच्चों में बढ़ता जा रहा है. आए दिन रील्स बनाने और देखने को लेकर विवाद भी हो रहा है. रील्स बनाने के चक्कर में कहीं हादसे हो रहे हैं तो कहीं माता पिता की टोका टाकी से बच्चे या युवा जान तक देने से बाज नहीं आ रहे.
रील देखने से बहन ने किया मना तो दे दी जान: लखनपुर थाना इलाके में कुछ ऐसा ही हुआ है. यहां एक छात्रा घर पर बैठकर रील्स देख रही थी. छात्रा की बहन ने उससे रील्स देखने से मना किया. इस बात से दसवीं कक्षा में पढ़ने वाली छात्रा इतनी नाराज हुई कि उसने अपनी जान दे दी. छात्रा की मौत से उसके घरवाले सदमे में हैं. परिवार के लोग कह रहे हैं कि छोटी सी बात पर उनके घर की खुशियां छिन गई.
बड़ी बहन ने छोटी बहन डांटा तो बढ़ा विवाद: लखनपुर पुलिस के मुताबिक मृतक छात्रा और उसकी बड़ी बहन दोनों घर पर एक साथ बैठे थे. छोटी बहन बड़ी बहन का मोबाइल फोन लेकर देख रही थी. बड़ी बहन ने इस बात को लेकर छोटी बहन को डांट लगाते हुए रील देखने से मना किया. इस बात पर छोटी बहन बहुत नाराज हुई. दोनों बहनों के बीच रील देखने और मोबाइल नहीं देने पर खूब विवाद हुआ. विवाद इतना बढ़ा कि छोटी बहन ने जान दे दी.
अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज: मृतक छात्रा की जब तबीयत बिगड़ी तो उसके परिजन तुरंत उसे लेकर लखनपुर शासकीय अस्पताल पहुंचे. डॉक्टरों ने उसकी हालत को देखते हुए परिजनों को अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज ले जाने की सलाह दी. परिजन आनन फानन में बच्ची को लेकर अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज पहुंचे. छात्रा की गंभीर स्थिति को देखते हुए डॉक्टरों ने तुरंत इलाज भी शुरु कर दिया. लेकिन इलाज के दौरान ही छात्रा ने दम तोड़ दिया. पुलिस ने पोस्टमार्मट के बाद परिजनों को डेड बॉडी अंतिम संस्कार के लिए सौंप दिया है.