कोरबा: धान का कटोरा छत्तीसगढ़ में इस बार सरकार 15 नवंबर से समर्थन मूल्य पर धान की खरीदी करेगी. सभी जिलों में धान खरीदी को लेकर जरूरी तैयारी पूरी की जा रही है. इस बार समर्थन मूल्य पर धान बिक्री करने वाले पंजीकृत किसानों की संख्या और रकबा दोनों कम है. हालांकि किसानों के पास दावा आपत्ति करने का एक और मौका है.
जिले के 41 समिति में 65 उपार्जन केंद्र : जिला प्रशासन किसानों से समर्थन मूल्य पर धान खरीदी की तैयारी में जुटा हुआ है. कोरबा में 41 समितियों के माध्यम से 65 उपार्जन केंद्र बनाए गए हैं. पोर्टल में समर्थन मूल्य के लिए धान बिक्री के लिए इस वर्ष लगभग 49 हजार से अधिक किसानों ने 49 हजार हेक्टेयर में धान की फसल उत्पादन के लिए पंजीयन कराया है. इधर खाद्य विभाग, सहकारी बैंक, विपणन विभाग ने धान खरीदी के लिए तैयारी लगभग पूरी कर ली है. एक माह तक धान खरीदी के लिए समितियों के पास बारदाना उपलब्ध कराया जा चुका है.
एग्रीस्टैक पोर्टल बंद : पंजीयन के लिए एग्रीस्टैक पोर्टल अब बंद हो चुकी है. लेकिन कई किसान ऐसे हैं, जिन्होंने समर्थन मूल्य पर धान बिक्री के लिए पोर्टल पर पंजीयन कराया है. लेकिन उनका रकबा प्रदर्शित नहीं हो रहा है. कुछ किसानों का रकबा कम दिखा रहा है, इसे लेकर किसान परेशान हैं. हालांकि इन किसानों के पास दावा-आपत्ति के लिए 30 नवंबर तक का समय है.
टोकन तुंहर हाथ ऐप से मिलेगा टोकन : धान खरीदी सीजन 2025–26 में किसानों को उपार्जन केंद्र जाकर टोकन प्राप्त करने के बाध्यता से निजात मिलेगी. छत्तीसगढ़ सरकार ने टोकन तुहंर हाथ मोबाइल ऐप लॉन्च किया है. प्रशासन का दावा है कि किसान अब घर बैठे ऑनलाइन टोकन हासिल कर सकेंगे.
टोकन तुंहर हाथ ऐप कैसे करेगा काम: टोकन तुहंर हाथ एप एंड्रॉयड मोबाइल पर चलने वाला ऐप है. इस ऐप को खाद्य विभाग की वेबसाइट से डाउनलोड कर सकते हैं. ऐप इंस्टॉल करने के बाद रजिस्टर करना होगा. इसके बाद किसान हर दिन सुबह 8 बजे से टोकन जनरेट कर सकेंगे. छोटे किसानों को 2 टोकन और बड़े किसानों को 3 टोकन मिलेंगे. टोकन प्राप्त करने के लिए ओटीपी आधारित व्यवस्था रखी गई है. मोबाइल नंबर पर ओटीपी भेजा जाएगा और इस ओटीपी को प्रविष्ट करने पर ही टोकन जारी होगी.

