जांजगीर चांपा :- अगर आप ट्रेन में यात्रा कर रहे है और ट्रेन में किसी से दोस्ती हो जाए तो सावधान हो जाइए. दोस्ती की बातचीत को पैसे की लेनदेन तक ना बढ़ाएं तो ही गनीमत है. क्योंकि आप भी ठगी का शिकार हो सकते हैं. जैसे जांजगीर का एक युवक हुआ. इस मामले में कोतवाली पुलिस ने ठगी के दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. दोनों आरोपियों ने जांजगीर के प्रमोद कुमार पाण्डेय से ट्रेन में दोस्ती कर साढ़े छः लाख रूपए की धोखाधड़ी की. दोनों आरोपी यूपी के रहने वाले हैं. आरोपियों को पकड़ने के लिए थाना प्रभारी ने प्रार्थी का बड़ा भाई बनकर आरोपियों से पैसे की लेन देन में नोटरी कराने का झांसा देकर जांजगीर बुलाया.इसके बाद उन्हें दबोच लिया.
कैसे हुई थी ठगी
जांजगीर चांपा निवासी प्रमोद कुमार पाण्डेय ने 25 जून को थाना पहुंच कर रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि उसका परिवार 20 मई को उत्तराखंड में ट्रेन से तीर्थ यात्रा कर रहे था. तभी कृष्णानंद सिंह नाम के युवक से उसका परिचय हुआ.कृष्णा ने बताया कि वो ऋषिकेष एम्स में एमबीबीएस सेकंड ईयर स्टूडेंट है.इसके बाद अपनी नीचे का बर्थ प्रमोद कुमार पाण्डेय के साथ शेयर किया. यात्रा के दौरान बातचीत से परिचय बढ़ा. सुबह प्रमोद पाण्डेय का बैग चोरी हो गया और युवक ने अपना परिचय रेलवे पुलिस से होने का दावा करते हुई बैग वापस दिलाने का आश्वासन दिया और मोबाइल नंबर लिया. साथ ही अपनी पारिवारिक समस्या बताते हुए 16 मई को 50 हजार रूपये फोन पे से उधार मांगा.इसके बाद 18 जून को उसने पैसे वापस लौटा दिए.
उधारी मांगकर देने से मुकरा :
इसके बाद प्रमोद पांडेय का परिवार 20 मई को अपने घर पहुंच गया. तभी कृष्णा नन्द ने उनका खोया बैग मिलने की सूचना दी और बैग को कुरियर के माध्यम से जांजगीर पहुंचवाया. इससे प्रमोद पाण्डेय का विश्वास और दोस्ती और बढ़ गया. कृष्णा नन्द ने 26 मई को फिर से प्रमोद पाण्डेय को फोन लगाया और अपने पिता से बात कराते हुए चंडीगढ़ में जमीन रजिस्ट्री कराने के लिए 6 लाख 50 हजार रूपये उधारी मांगी.इसके बाद दो दिन में पैसा वापस करने का भरोसा दिलाया.प्रमोद पाण्डेय ने दोस्ती की मदद करने की नीयत से राशि आरटीजीएस कर दी.इसके बाद आरोपी ने 31 मई को 70 हजार रूपये और 18 जून को 5 हजार रूपये फोन पे किया और शेष रकम देने में टाल मटोल करने लगा. 23 जून को फिर से 5 लाख रूपये की मांग की. जिससे प्रमोद कुमार पाण्डेय को ठगी होने का एहसास हुआ.फिर उसने इसकी शिकायत पुलिस से की.
प्रार्थी की शिकायत को समझने की बाद थाना प्रभारी प्रवीण द्विवेदी ने झांसे बाजों को अपने झांसे में लिया. इसके बाद प्रमोद कुमार पाण्डेय का बड़ा भाई बन कर फोन पर बात की.पुलिस की टीम ने कृष्णानंद को उसके किए गए मदद के लिए धन्यवाद दिया.पुलिस ने कहा कि वो पांच लाख रुपए दे देंगे.लेकिन उसके लिए पहले जांजगीर चांपा आना होगा. ताकि कानूनी प्रक्रिया को पूरा किया जा सके. कृष्णानंद को भरोसा हो गया कि प्रमोद कुमार पाण्डेय के भैया उन्हें पैसा जरुर देंगे.लिहाजा वो अपने साथी के साथ नैला रेलवे स्टेशन पर आ गया. जहां 25 जून की रात को पुलिस ने घेराबंदी करके दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया.