रायपुर:- साल 2025 भारतीय सुरक्षा इतिहास में माओवाद के विरुद्ध ‘निर्णायक युद्ध’ के वर्ष के रूप में दर्ज हो गया है। छत्तीसगढ़ के बस्तर से लेकर अबूझमाड़ के घने जंगलों तक, सुरक्षाबलों ने इस साल वह कर दिखाया जो पिछले तीन दशकों में नहीं हुआ था। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह द्वारा निर्धारित 31 मार्च 2026 की डेडलाइन से पहले ही माओवादियों का किला ढहता नजर आ रहा है।
इस साल सुरक्षाबलों ने न केवल माओवादियों की संख्या कम की, बल्कि उनके ‘ब्रेन ट्रस्ट’ और टॉप कमांडरों का सफाया कर संगठन की रीढ़ की हड्डी तोड़ दी है। आइए जानते हैं साल 2025 की उन 10 बड़ी मुठभेड़ों के बारे में, जिन्होंने लाल आतंक के अंत की पटकथा लिख दी.

