कोरबा:- छत्तीसगढ़ की ऊर्जाधानी कोरबा में गर्मी और बारिश के मौसम के बीच सांपों का खतरा बढ़ गया है. यहां विभिन्न प्रजाति के सांपों का बिलों से बाहर निकल कर इधर-उधर घुस जाने का सिलसिला जारी है. शहर क्षेत्र में दो कोबरा और एक घोड़ा करैत का जोखिम भरा रेस्क्यू रोंगटे खड़े कर देने वाला रहा. जबकि रजगामार क्षेत्र में एक हरे रंग का आकर्षक दुर्लभ बांबू पिट वाइपर सांप भी मिला है.
म्यूजिक सिस्टम से निकला सांप: कोरबा के कोहडिय़ा गांव में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है. एक दुकान में रखे साउंड बॉक्स से अचानक म्यूजिक की जगह कोबरा की फुफकार सुनाई देने लगी. आवाज सुनकर दुकानदार और आसपास के लोग घबरा गए और तुरंत इसकी सूचना रेप्टाइल केयर एंड रेस्क्यूएर सोसायटी (आरसीआरएस) टीम को दी.
खतरनाक कोबरा सांप का रेस्क्यू: सूचना मिलते ही आरसीआरएस टीम यहां पहुंची. टीम ने सावधानीपूर्वक साउंड बॉक्स खोला. जैसे ही बॉक्स खुला, अंदर ज़हरीला कोबरा सांप दिखाई दिया. कुछ देर की मशक्कत के बाद सर्पमित्र अतुल ने सुरक्षित तरीके से कोबरा सांप को बॉक्स से बाहर निकाला और पकड़कर जंगल में छोड़ दिया.
पान दुकान में निकला जहरीला करैत: रिसदी के एक पान दुकान में अचानक घोड़ा करैत सांप दिखाई दिया. सांप को देखते ही दुकान संचालक घबरा गया और तुरंत इसकी सूचना स्नेक रेस्क्यू टीम को दी गई. आरसीआरएस संस्था के अविनाश यादव ने टीम के सदस्य सागर, अजय, अतुल के साथ मौके पर पहुंचकर सावधानीपूर्वक सर्च किया. उसके बाद सांप को ढूंढ निकाला. टीम ने जहरीले कॉमन करैत को बिना किसी नुकसान के सफलतापूर्वक रेस्क्यू कर लिया.
दुकान में निकला कोबरा सांप: तीसरी घटना में एक दुकानदार उस समय डर से कांप उठा जब एक कोबरा फन फैलाए टोकरी में दिखाई दिया और फुफकारने लगा. दुकानदार को यह दृश्य सामान्य लगा, पर जब हिम्मत कर उस प्लास्टिक के बास्केट को दुकान से बाहर निकाला तो देखा कि कोबरा नाग उसमें फंसा हुआ है. इसकी सूचना नोवा नेचर संस्था के जितेंद्र सारथी को दी गई. जिस पर सारथी ने थोड़ी देर में टीम को भेजने की बात कही. नोवा नेचर के सचिव मोइज अहमद और बबलू मारवा उस दुकान में पहुंचे और बड़ी सावधानी से प्लास्टिक के बकेट को धारदार चाकू से काटा, फिर आखिरकार कोबरा सांप निकल पाने में कामयाब हुआ.

