दुर्ग:- जिले में भारी बारिश के बीच 3 लोग मवेशियों के साथ बाढ़ में फंस गए. SDRF ने सूचना मिलते ही रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया. कड़ी मशक्कत के बाद रामपुर नाला किनारे बाड़ी में फंसे 3 लोगों और 3 बकरियों को सुरक्षित वहां से निकाला गया. हालांकि एक युवक जो इन लोगों को बचाने कूदा था वो लापता हो गया है.
कंट्रोल रूम से मिली सूचना: 2-3 दिनों से हो रही बारिश के कारण नदी-नालों का जलस्तर बढ़ गया है. इसकी चपेट में आसपास के लोग भी आ रहे हैं. इस बीच कंट्रोल रूम से एसडीआरएफ टीम को सूचना मिली की रामपुर नाला के पास कुछ लोग फंसे हुए हैं. सूचना मिलने पर कमांडेंट नागेंद्र कुमार सिंह के नेतृत्व में एसडीआरएफ टीम तुरंत घटनास्थल के लिए रवाना हुई. भारी मशक्कत के बाद, टीम ने बाढ़ के पानी में फंसे लोगों को अपनी नाव तक पहुंचाया. इनमें एक महिला और 2 युवक शामिल हैं. इसके अलावा उनकी 3 बकरियों को भी निकाला गया.
एक युवक लापता: बताया जा रहा है कि, इन लोगों को बचाने के लिए एक 35 साल का युवक भी कूदा था जो अब लापता हो गया है. युवक का नाम राकेश बंजारे बताया जा रहा है. फिलहाल SDRF उसकी तलाश कर रही है. नाले में बहे युवक की तलाश में गोताखोरों की टीम जुटी है. बाढ़ में फंसे लोगों को भी निकालने का काम लगातार जारी है.
तेज बहाव का अंदाजा नहीं लगा पाया: राकेश बंजारे पेशे से पेंटिंग का काम करता है. प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, मौके पर मौजूद राकेश बंजारे ने बिना देर किए उनकी मदद के लिए खुद नाले में छलांग लगा दी. वह बहाव का अंदाजा नहीं लगा सका और देखते ही देखते पानी में बह गया.
ऑरेंज अलर्ट में है दुर्ग: मौसम विभाग ने दुर्ग जिले में भारी बारिश का अनुमान जताया है. दुर्ग जिले के लिए ऑरेंज अलर्ट भी जारी किया गया है. यानी स्थिति सामान्य नहीं है, मौसम गंभीर हो सकता है.
कुछ दिन पहले 32 लोगों का रेस्क्यू हुआ: 9 जुलाई को भी थनौदा गांव से 32 लोगों का रेस्क्यू किया गया था. सभी को सुरक्षित बाहर निकाला गया और उन्हें सेफ जगह पर पहुंचाया गया. सभी मजदूर भारतमाला प्रोजेक्ट में काम कर रहे थे. एसडीआरएफ की टीम ने भारतमाला प्रोजेक्ट में काम कर रहे सभी मजदूरों को सकुशल सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया. मूसलाधार बारिश की वजह से दुर्ग का थनौदा गांव पानी में डूब गया. सबसे ज्यादा परेशानी इस गांव में काम करने वाले मजदूरों को हुई.