गरियाबंद: देवभोग इलाके में हुई 4 चोरियों का मास्टरमाइंड कोई बदमाश नहीं बल्कि झोलाछाप डॉक्टर निकला. आरोपी झोलाछाप डॉक्टर इलाज के बहाने गली गली घूम कर रेकी करने का काम करता था. फिर भाड़े पर चोर बुलवाकर चोरी की वारदातों को अंजाम देता था. पुलिस ने जब मामले में पताशाजी की तो कई घटनाओं का खुलासा हुआ. पकड़े गए ज्यादातर आरोपी ओडिशा के रहने वाले हैं. गरियाबंद जिले का एक बड़ा हिस्सा ओडिशा की सीमा से लगता है. कई बार ये खुलास हुआ कि नशे के सौदागर और चोरी की वारदातों को अंजाम देने वाले बदमाश भागकर ओडिशा चले जाते हैं.
झोलाछाप डॉक्टर निकला चोरी का मास्टरमाइंड: दरअसल, लंबे वक्त से देवभोग इलाके में चोरी की वारदातें हो रही थी. देवभोग पुलिस लगातार चोरों की पतासाजी करने में जुटी थी. इसी बीच पुलिस को मुखबिर के जरिए खबर मिली. मुखबिर ने पुलिस को बताया कि कुछ लोग संदिग्ध रुप से इलाके में रेकी करते नजर आए हैं. पुलिस ने कार्रवाई करते हुए ओडिशा के नवरंगपुर जिले के बरिगांव के रहने वाले बाप बेटे को गिरफ्तार किया. पुलिस ने उनकी निशानदेही पर कुल छह लोगों को दबोचा. पकड़े गए लोगों के पास से चोरी के जेवरात सहित 27 लाख का चोरी का माल बरामद हुआ.
किराए के मकान में रहकर करते थे रेकी: देवभोग पुलिस के मुताबिक आरोपी देवभोग में एक किराए के मकान में रहकर झोलाछाप डॉक्टरी के साथ-साथ इलाके की रेकी करते थे. जिस घर में कोई नहीं रहता था या फिर कई दिनों से बंद होता था वहां ये लोग चोरी करते थे. देवभोग पुलिस के मुताबिक आरोपी बाप बेटे के गिरोह ने 31 मार्च को देवभोग में सबसे पहले थाने से महज 100 मीटर की दूरी पर स्थित शासकीय कर्मी के सूने मकान से लाखों के जेवरात और नकदी पार कर दिए थे.

