महासमुंद : महासमुंद जिले में पिछले तीन दिनों से लापता युवक की लाश गांव के खेत से बरामद हुई है। पुलिस ने कब्र को खोदकर जब लाश को बरामद किया, उसी दौरान जिस ग्रामीण के खेत में लाश दफन थी, उसने भी जहर सेवन कर लिया। जिसे चिंताजनक हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इस घटना की जानकारी के बाद पुलिस इस हत्याकांड की तफ्तीश शुरू कर दी है। हत्या की ये वारदात पिथौरा थाना इलाके का है। जानकारी के मुताबिक 34 वर्षीय खिलेश्वर साहू 25 सितंबर की रात से घर से लापता था।
खिलेश्वर के घर नही लौटने से परेशान परिजन उसकी आसपास खोजबीन कर रहे थे। काफी पतासाजी के बाद भी कोई जानकारी नही मिलने पर घरवालों ने 48 घंटे बाद पिथौरा थाने में उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। इसी दौरान सराईटार गांव के ग्रामीणों ने शुक्रवार की रात एक खेत से बदबू आने की सूचना पुलिस को दी। यह खेत पीतांबर ध्रुव नामक ग्रामीण का बताया गया। शनिवार की सुबह कार्यपालक मजिस्ट्रेट और फॉरेंसिक टीम के साथ पुलिस किसान पीतांबर के खेत पहुंची। पुलिस ने खेत में खोजबीन के बाद मेड़ पर उन्हें कब्र बनी हुई दिखाई दी।
पुलिस ने मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में कब्र खोदकर शव को बाहर निकाला गया। मृतक की पहचान अमलीडीह के रहने वाले खिलेश्वर साहू के रूप में किया गया। वहीं जांच में फॉरेंसिक टीम को मृतक के सिर पर चोट के निशान मिले हैं। वहीं लाश निकाले जाने के बाद भूमि स्वामी पीताम्बर ध्रुव ने जहर खा लिया। किसान को इलाज के लिए महासमुंद मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है। जिसकी हालत नाज़ुक बताई जा रही है। परिवार के लोग डर की वजह से किसान के द्वारा जहर खाने की बात कही जा रही है।
वहीं पुलिस के सामने अब खिलेश्वर की हत्या कर लाश को खेत में दफनाने की अनसुलझी को सुलझाना एक बड़ी चुनौती है। पुलिस को इस अंधे कत्ल के मामले में सुलझाने के लिए वारदात से जुड़े कड़ियों को पिरोकर हत्यारों तक पहुंचने का प्रयास कर रही है। वहीं खेत के मालिक की इस हत्याकांड में क्या भूमिका है ? आखिर उसने किसके डर से आत्महत्या की कोशिश की ? ये भी पुलिस के लिए जांच का विषय है। फिलहाल पुलिस ने इस मामले में अपराध दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।