महासमुंद: बारिश के मौसम में दूषित भोजन और फूड प्वाइजनिंग की शिकायत लगातार बढ़ती जा रही है. इस मौसम में स्वास्थ्य विभाग भी लोगों से बाहर का खाना नहीं खाने की अपील करती रही है. महासमुंद से एक हैरान करने वाली खबर सामने आई है. यहां एक ढाबे में भोजन करने से मौत का आरोप मृतक के परिजन लगा रहे हैं. इन आरोपों पर महासमुंद खाद्य एवं औषधि विभाग ने जांच शुरू कर दी है.
क्या है पूरी घटना जानिए?: पीड़ित परिवार ने बताया कि यह घटना 28 अगस्त 2025 की है. महासमुंद के बसना नेशनल हाईवे 53 के पास बिहार यूपी ड्राइवर ढाबा है. परिवारवालों का दावा है कि उनके परिवार के सदस्य कन्हैया चौधरी और उनके 6 साथी इस ढाबे में खाना खाए. उन्होंने मलाई रोटी खाई. अगली सुबह 29 अगस्त को मलाई रोटी खाने वाले कन्हैया चौधरी, भुवन प्रसाद पटेल और दिनेश सिदार उल्टी दस्त बुखार और पेट दर्द से ग्रसित हो गए.भुवन प्रसाद और दिनेश सिदार इलाज के बाद ठीक हो गए लेकिन कन्हैया चौधरी की तबियत ठीक नहीं हो सकी. उन्हें सरायपाली के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया. यहां भी उनकी तबीयत खराब थी. उसके बाद उन्हें रायपुर के निजी अस्पताल में रेफर किया गया.
करीब 11 से बारह दिनों के इलाज के बाद कन्हैया चौधरी की मौत हो गई. डॉक्टर उसकी जान नहीं बचा पाए. डॉक्टरों ने इस मौत का कारण फूड प्वाइजनिंग बताया. डॉक्टर की रिपोर्ट के मुताबिक महासमुंद जिला प्रशासन ने इस मौत के जांच और ढाबे पर कार्रवाई की गुहार लगाई. पीड़ित परिवार ने 17 सितंबर को जिला प्रशासन से इस घटना को लेकर शिकायत की है. उसके बाद अब खाद्य एवं औषधि विभाग ने यह कार्रवाई की है.

खाद्य एवं औषधि विभाग का बयान: इस घटना पर खाद्य एवं औषधि विभाग एक्शन में है. इस पूरे केस की शिकायत मिलते ही फूड सेफ्टी विभाग के अधिकारी ज्योति भानु का कहना है कि खाना खाने के बाद तबीयत बिगड़ने की शिकायत हमें मिली है. इसके बाद हमने ढाबे के सभी खाने पीने की चीजों का सैंपल लेकर जांच के लिए भेजा है. जांच रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.