नारायणपुर : बस्तर में बीजेपी नेता रतन दुबे हत्या के मामले में एनआईए की टीम ने आज नारायणपुर जिला में छापामार कार्रवाई की। नारायणपुर जिले के कौशलनार गांव से कुछ ग्रामीणों को हिरासत में लिये जाने की जानकारी सामने आ रही है। हालांकि आधिकारिक तौर पर इस बात की पुष्टि नहीं हुई है। इससे पहले एनआईए ने इसी मामले में 4 लोगों को गिरफ्तार किया था।
गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ में हुए विधानसभा चुनाव से ठीक 3 दिन पहले बीजेपी के नारायणपुर जिला उपाध्यक्ष और जनपद पंचायत सदस्य रतन दुबे की हत्या कर दी गयी थी। घटना के दिन रतन दुबे चुनाव प्रचार के लिए गांव गए थे। बाजार में वे नुक्कड़ सभा को संबोधित कर रहे थे। इसी दौरान नक्सलियों ने उन पर जानलेवा हमला कर दिया था। इस हमले में रतन दुबे की मौके पर ही मौत हो गयी थी। इस हत्याकांड के बाद नक्सलियों ने मौके पर शव के पास भारी संख्या में पर्चे छोड़कर जंगल की ओर भाग निकले थे।
नक्सलियों के हमला करने के बाद वहां मौजूद ग्रामीण भी दहशत में भाग गये थे। इस घटना के बाद रतन दुबे पर किए गए हमले का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। नक्सलियों की पूर्व बस्तर डिवीजन कमेटी ने इस हत्या की जिम्मेदारी ली थी।बीजेपी नेता की हत्या कर माओवादियों ने पर्चा जारी कर आरोप लगाया था कि रतन दुबे धर्मांतरण के मुद्दे पर आदिवासियों को आपस में लड़वा रहे थे। आमदाई खदान का समर्थन और सुरक्षाबलों का कैंप लगाने में सहयोग किया जा रहा था। इसलिए पीएलजीए ने उसे मौत की सजा दी है।
प्रदेश में बीजेपी की सरकार बनने के बाद इस पूरे मामले की जांच एनआईए द्वारा की जा रही है। आपको बता दे कि बीजेपी नेता हत्याकांड मामले में 6 दिन पहले ही एनआईए ने कांकेर जिले में पत्रकार समेत 3 लोगों के घरों पर छापेमारी की थी। बताया जा रहा है कि एनआईए की टीम सुबह से ही बड़ी संख्या में फोर्स लेकर मौके पर दबिश दी। तीनों के घरों में टीम दस्तावेज समेत अन्य जानकारियां खंगाला गया।