कोरबा : सख्त मिजाज और कड़क पुलिसिंग के लिए पहचाने जाने वाले कोरबा एसपी जितेंद्र शुक्ला एक बार फिर एक्शन में नजर आये। बालको क्षेत्र मे सड़क पर भारी वाहनों की मनमानी और आये दिन लगने वाली जाम को लेकर एसपी शुक्ला ने ना केवल बालको प्रबंधन और स्थानीय थानेदार को जमकर फटकार लगायी, बल्कि प्रबंधन को सख्त चेतावनी देते हुए कह दिया कि अगर दोबारा सड़को पर वाहनों का जाम लगता है, तो अब पुलिस अपराध दर्ज कर कड़ी कार्रवाई करेगी। एसपी जितेंद्र शुक्ला के इस अल्टीमेटम के बाद बालको प्रबंधन के साथ ही ट्रांसपोर्टरों के बीच हड़कंप मचा हुआ है।
गौरतलब है कि पिछले 5 साल कांग्रेस की सरकार में बालको प्रबंधन और राख परिवहन करने वाले ट्रांसपोर्टरों ने जमकर मनमानी की। सड़क पर कही भी बेतरतीब वाहनों को खड़ा करने के साथ ही राखड़ को कही भी डंप करना आम बात थी। बालको सहित आसपास के क्षेत्र में होने वाली इस मनमानी पर ना तो कभी किसी जन प्रतिनिधि ने आवाज उठाया और ना ही पुलिस ने कभी एक्शन लिया। आचार संहिता के दौरान कोरबा का चार्ज लेते ही एसपी शुक्ला खदु बालको क्षेत्र में करीब एक घंटे तक जाम में फंसे रह गये।
जिसके बाद जितेंद्र शुक्ला ने बालको के एजीएम और थाना प्रभारी को मौके पर ही बुलाकर इस अव्यवस्था को व्यवस्थित करने की चेतावनी दी थी। विधानसभा चुनाव होने के कारण पुलिस शांतिपूर्ण ढंग से चुनाव निपटाने में व्यस्त रही। लेकिन एसपी की चेतावनी का ना तो बालको प्रबंधन पर असर हुआ और ना ही ट्रांसपोर्टरों पर। लिहाजा दो-चार दिन बाद वहीं पुरानी स्थिति फिर से निर्मित होने लगी। बताया जा रहा है कि बुधवार को एसपी जितेंद्र शुक्ला शहर के औचक निरीक्षण में निकले थे। इस दौरान बालको मार्ग में एक बार फिर एसपी की कार जाम में फंस गयी।
एसपी ने तुरंत ही बालको के एजीएम और स्थानीय थाना प्रभारी को मौके पर तलब किया। लेकिन जाम लंबा होने के कारण बालको के अफसर मौके पर नही पहुंच सके। इसके बाद एसपी शुक्ला खुद ही सड़क पर उतरे और हाथ में लाठी थामकर मनमानी करने वाले ट्रक चालकों को सख्त हिदायत देते हुए जमकर फटकार लगाया। एसपी जितेंद्र शुक्ला के इस तेवर को जिसने भी देखा….वो कुछ देर के लिए हक्का-बक्का रह गया। बताया जा रहा है कि आये दिन की इस समस्या को लेकर एसपी ने बालको प्रबंधन और ट्रांसपोर्टरों के साथ ही स्थानीय थाना प्रभारी पर नाराजगी जताते हुए जमकर फटकार लगाया ।
इस पूरे घटनाक्रम के संबंध में जब एसपी जितेंद्र शुक्ला से जानकारी चाही गयी, तो उन्होने बताया कि बालको क्षेत्र में राख परिवहन करने वाले भारी वाहनों के कारण क्षेत्र में अक्सर जाम की स्थिति बनी रहती है। घंटो स्कूल बस सहित अन्य लोग जाम में फंसते है। इसे लेकर पहले भी दो बार बालको प्रंबधन को व्यवस्था सुधारने का निर्देश दिया गया था। लेकिन प्रबंधन ने कोई प्रयास नही किया। एसपी शुक्ला ने स्पष्ट किया कि सड़क पर भारी वाहन पार्क करना अवैधानिक है। इसके बाद भी अगर भारी वाहनों को अवैधानिक तरीके से सड़क पर पार्क कर जाम लगाया जाता है, तो पुलिस अपराध दर्ज कर अब कानूनी कार्रवाई करेगी।
एसपी के इस सख्त चेतावनी के बाद बालको प्रबंधन सहित राख परिवहन करने वाले ट्रांसपोर्टरों के बीच हड़कंप मचा हुआ है। आपको बता दे कि कोरबा ज्वाइनिंग के साथ ही एसपी जितेंद्र शुक्ला ने गुंडा-बदमाशों के साथ ही कानून को मजाक समझने वालों को सीधे चेतावनी दी थी। यहीं वजह है कि आचार संहिता खत्म होते ही एसपी शुक्ला जहां विभाग में सर्जरी कर पुलिसिंग को दुरूस्त कर रहे है, वहीं दूसरी तरफ खुद ही सड़क पर उतर कर जमीनी हकीकत जानने के साथ ही उसे दुरूस्त करने की मुहिम छेड़ दी है।

