रायपुर : बस्तर की घटना के बाद प्रदेश में राजनैतिक बयानबाजी जारी है। प्रदेश के पूर्व मंत्री और भाजपा के महामंत्री केदार कश्यप ने राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि, कांग्रेस सरकार के संरक्षण में चल रहे धर्मांतरण व आदिवासी समाज का उत्पीड़न कांग्रेस सरकार के संरक्षण में चल रहा है। नारायणपुर के गुर्दाग्राम में ईसाई मिशनरियों के माध्यम से घरों से निकालकर आदिवासी समाज के लोगों को मारा गया पीटा गया है।
पूर्व मंत्री ने आरोप लगाया कि कांग्रेस सरकार के दबाव के चलते स्थानीय पुलिस मामले को दबाने की कोशिश कर रही है। घटना का पूरा ब्यौरा जारी होने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई। इससे साफ है कि राज्य सरकार किस तरह मिशनरीज को सरंक्षण दे रहा है।
केदार कश्यप के आरोप पर कृषि मंत्री रविंद्र चौबे का पलटवार
वहीँ केदार कश्यप के बयान पर कृषि मंत्री रविंद्र चौबे ने पलटवार करते हुए कहा कि बस्तर की फिजा को दूषित करने का प्रयास किया जा रहा है। छत्तीसगढ़ के लिए दुर्भाग्य जनक है। चौबे ने कहा, बीजेपी के शासन काल में बस्तर को नक्सल गढ़ के नाम से जाना जाता था। केदार कश्यप के वॉयरल वीडियो पर रविंद्र चौबे ने कहा कि केदार कश्यप अभी बस्तर जाते हुए रोए हैं। अभी तो लगातार रोना उनका जारी रहेगा। 15 साल बीजेपी की सरकार थी छत्तीसगढ़ में फिर भी रोने,गाने लग गए।