जांजगीर चांपा: दुर्ग के छावनी थाना इलाके के बैरागी मोहल्ले में 55 साल के शख्स की चाकू मारकर हत्या कर दी गई. हत्या की वारदात के पीछे मामूली विवाद वजह बनी. दरअसल, मृतक अपने घर के पास पटाखा फोड़ रहे युवकों को थोड़ी दूर जाकर पटाखा फोड़ने को कह रहा था. इस बात से नाराज युवकों ने उसकी चाकू मारकर हत्या कर दी. मृतक शख्स की उम्र 55 साल थी. स्थानीय लोगों ने बताया कि गणेश बैरागी इलाके में घूम घूमकर बच्चों के खिलौने बेचा करता था. दूसरी वारदात जांजगीर चांपा में हुई. यहां कोटमी सोनार गांव में पटाखा फोड़ने के विवाद में युवक की हत्या कुछ युवकों ने कर दी.
छावनी थाना इलाके में हत्या: पहली घटना के संबंध में छावनी सीएसपी हेम प्रकाश नायक ने बताया कि दिवाली की रात मोहल्ले में बच्चे पटाखे फोड़ रहे थे. इसी दौरान आरोपित संजय और शुभम का अपने बड़े पापा से पटाखा जलाने को लेकर विवाद हो गया. विवाद इतना बढ़ा कि आरोपी संजय ने गुस्से में आकर बुजुर्ग के सीने में चाकू मार दिया. गंभीर रूप से घायल बुजुर्ग की मौके पर ही मौत हो गई. घटना की जानकारी मिलते ही छावनी थाना पुलिस मौके पर पहुंची और आरोपियों की पतासाजी शुरु कर दी. थोड़ी देर बाद ही पुलिस को पता चला कि आरोपी घटनास्थल से थोड़ी दूरी पर मौजूद हैं. पुलिस ने इलाके की घेराबंदी कर दोनों आरोपियों को धरदबोचा.
कोटमी सोनार गांव में अधेड़ की हत्या: दिवाली के दिन कोटमी सोनार गांव में 45 साल के बालमुकुंद सोनी की लाश उसके घर के भीतर से बरामद हुई. परिवार वालों के मुताबिक मृतक का विवाद कुछ युवकों से हुआ था. मृतक ने पटाखा फोड़ने को लेकर युवकों से कहा था कि वो थोड़ी दूर जाकर पटाखा फोड़ें. इस बात से नाराज युवकों ने घर में घुसकर अधेड़ को मार डाला. हत्या की वारदात के बाद डॉग स्क्वायड और फिंगर प्रिंट एक्सपर्ट मौके मे पहुंचें और घटना के सबूत जुटाए.
पटाखों के शोर में दब गई चीखें: जिस वक्त घर में घुसकर हत्यारे वारदात को अंजाम दे रहे थे उस वक्त घर के सभी लोग बाहर में थे. पटाखों के शोर में हत्या और चीखने की आवाज किसी ने नहीं सुनी. घर वाले जब बाहर से घर के भीतर पहुंचे तो बालमुकुंद का शव जमीन पर पड़े दिखा