बलरामपुर : बलरामपुर जिला में पीएचई विभाग के प्रभारी एक्सक्यूटिव इंजीनियर के खिलाफ पुलिस ने एफआईआर दर्ज किया है। आरोप है कि जनपद सदस्य स्थानीय ग्रामीणों की समस्या लेकर ईई के पास पहुंचा था। लेकिन एक्सक्यूटिव इंजीनियर ने समस्या सुनने के बजाये जनपद सदस्य के साथ अभद्रता करते हुए उसके साथ जातिगत गाली-गलौच करते हुए जान से मारने की धमकी दे दी। इस घटना से आहत जनपद सदस्य की शिकायत पर पुलिस ने पीएचई विभाग के एक्सक्यूटिव इंजीनियर के खिलाफ अपराध दर्ज कर लिया है।
बताया जा रहा है कि पुलिस में अपराध दर्ज होने के बाद से ही एक्सक्यूटिव इंजीनियर फरार है। जनपद सदस्य को धमकी देने का ये पूरा मामला बलरामपुर सिटी कोतवाली थाना क्षेत्र का है। जानकारी के मुताबिक ग्राम कोटरकी निवासी संजय गोड़ जनपद सदस्य है। पुलिस में उसने रिपोर्ट दर्ज करायी है कि 26 जून को वह कार्यापालन अभियंता लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के दफ्तर में ग्रामीणों की समस्या लेकर पहुंचा था। जहां जनपद सदस्य की मुलाकात कार्यापालन अभियंता आदित्य प्रताप सिंह से हुई।
जनता की समस्या को लेकर कार्यापालन अभियंता से आवेदक जनपद सदस्य चर्चा कर रहा था। इसी बीच कार्यापालन अभियंता ने आवेदक से जाति सूचक गाली गलौज करते हुये जान से मारने की धमकी देकर अभद्र व्यवहार किया गया। इस घटना के बाद कार्यापालन अभियंता ने दोबारा 28 जून को फोन कर जनपद सदस्य के साथ गाली गलौज कर धमकी दी गयी। इस घटना से क्षुब्द्ध होकर जनपद सदस्य संयज गोड़ ने कोतवाली थाना पहुंचकर मामले की रिपोर्ट दर्ज करायी।
जिसके बाद पुलिस ने जांच उपरात पीएचई विभाग के कार्यपालन अभियंता आदित्य सिंह के खिलाफ धारा 294,506 के साथ ही एससी- एसटी एक्ट के तहत अपराध दर्ज कर लिया है। बताया जा रहा है कि पुलिस में अपराध दर्ज होेने के बाद से ही एक्सक्यूटिव इंजीनियर फरार है। बलरामपुर एसपी लाल उमेंद सिंह ने बताया कि जनपद सदस्य की रिपोर्ट पर पीएचई विभाग के एक्सक्यूटिव इंजीनियर के खिलाफ अपराध दर्ज किया गया है। पुलिस जांच के बाद जल्द ही इस मामले में गिरफ्तारी की कार्रवाई करेगी।