रायपुर : राजधानी रायपुर में एक 7 साल के छात्र के साथ यौन उत्पीड़न का सनसनीखेज मामला सामने आया है। पीड़ित बच्चे के परिजन बच्चे के साथ हाॅस्टल में दूसरे छात्रों के द्वारा गलत काम करने का गंभीर आरोप लगा रहे है। पीड़ित बच्चे ने अपने परिजनों को हाॅस्टल के 5 छात्रों के द्वारा गलत काम करने की जानकारी दी है। बताया जा रहा है कि घटना के बाद से ही मासूम बच्चा सदमे में है। पुलिस ने इस घटना पर छात्रों के साथ ही हाॅस्टल के वार्डन और हॉस्टल प्रबंधन के खिलाफ केस दर्ज किया है।
जानकारी के मुताबिक ये पूरा घटनाक्रम आमानाका पुलिस थाना क्षेत्र का है। जानकारी के मुताबिक पीड़ित बच्चे की मां ने बताया कि उनका 7 साल का बेटा हाॅस्टल में रहकर पढ़ाई करता है। 15 सितंबर की शाम हॉस्टल वार्डन ने बच्चे की मां को कॉल किया था। वार्डन ने महिला को बेटे की तबीयत खराब होने की जानकारी दी थी। अगले दिन सुबह महिला अपने बेटे को देखने हाॅस्टल पहुंची। जहां हाॅस्टल के वार्डन ने उनसे बच्चे को घर ले जाने की बात कही। इसके बाद महिला बच्चे को लेकर घर आ गयी।
पीड़ित महिला ने बताया कि उस वक्त उसके बेटे को तेज बुखार था, जिसका उसने इलाज कराया। लेकिन तबियत ठीक होने के बाद भी वह गुमशुम और दहशत में रहने लगा था। महिला ने बताया कि रात के वक्त उसका बच्चा चीखकर नींद से जाग जाता और रोने लगता। लगातार 2 दिन तक घर में दवाई देने के बाद भी बच्चे में कोई एक्टिविटी नहीं आई। बच्चे के साथ गलत होने की आशंका पर जब महिला ने अपने बच्चे से खाने के दौरान पूछा,तो उसने बताया कि हॉस्टल में दूसरे क्लाॅस के 5 छात्रों ने बाथरुम में उसके साथ गलत काम किया है।
हाॅस्टल प्रबंधन ने घटना से झाड़ा पल्ला…..
पीड़ित बच्चे की मां का आरोप है कि बच्चे के इस खुलासे के बाद उन्होने छात्रावास के वार्डन से घटना के संबंध में जानना चाहा, लेकिन हाॅस्टल प्रबंधन के साथ ही वार्डन ने ऐसी किसी बात से इंकार कर दिया। अगले दिन एकेडमी प्रबंधक ने महिला को कॉल कर सफाई देते हुए बताया कि हाॅस्टल में उनके बेटे के साथ कोई घटना नहीं हुई है। आप सीसीटीवी फुटेज देख लीजिए। हम अपने यहां के बच्चे को कुछ नहीं करेंगे। मामले में हम कोई कार्रवाई नहीं करेंगे।
पीड़ित मां की शिकायत पर पुलिस ने दर्ज किया अपराध
हाॅस्टल प्रबंधन के इस रवैय्ये से क्षुब्द्ध पीड़ित मां ने सरकार से न्याय के लिए गुहार लगायी थी। इसके साथ ही उन्होने हाॅस्टल में हुए इस घटना की जांच के बजाये मामले पर पर्दा डालने वाले हॉस्टल प्रबंधन पर सख्त कार्रवाई की भी मांग की थी। नाबालिग बच्चे की मां ने बताया कि जिस हॉस्टल में उनका बेटा पढ़ता है, वहां बड़ी संख्या में बच्चे रहते हैं। पीड़ित मां की रिपोर्ट पर पुलिस ने एक्शन लेते हुए मामले में अपराध दर्ज किया है।
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि जिस हॉस्टल में बच्चा रहता था, वहां की वार्डन और हॉस्टल प्रबंधन को इस बात की जानकारी थी। इस मामले में कोई एक्शन लेने के बजाय उन्होंने जानकारी छिपाकर रखी। इस पूरे घटनाक्रम में वार्डन और हॉस्टल प्रबंधक की गिरफ्तारी हुई है। जिन्हे आज रायपुर कोर्ट में पेश किया जाएगा।