महासमुंद:- पिथौरा वन परिक्षेत्र में बीते कुछ दिनों से वन्य प्राणियों का शिकार के मामले सामने आ रहे थे. वन विभाग की टीम शिकार के मामले रोकने आरोपियों की तलाश में लगी हुई थी. इसके बावजूद हिरण के शिकार के बारे में वन विभाग को पता चला. जिसके बाद से पिथौरा फॉरेस्ट की टीम ने आरोपियों को ढूंढने में तेजी दिखाई.
हिरण का शिकार के आरोपी गिरफ्तार: मुखबिर की सूचना पर वनविभाग को हिरण का शिकार करने वाले आरोपियों के बारे में पता चला.वन विभाग की टीम ने ग्राम गिरना एवं छिंदौली में एक साथ दो स्थानों पर दबिश दी. परिक्षेत्र अधिकारी पिथौरा के नेतृत्व में वारंट के माध्यम से कक्ष क्रमांक 228 में आरोपी भोला खड़िया के घर की तलाशी ली गई. जहां घर में हिरण का मांस मिला. जिसे पांच लोगों में बांटने की तैयारी की जा रही थी. टीम ने पांचों आरोपियों को गिरफ्तार किया. उनके कब्जे से 6.500 किलो हिरण का मांस, 5.250 किलो जीआई तार और बांस की खूंटी जब्त की.
आरोपियों पर इन धाराओं के तहत हुई कार्रवाई: आरोपियों पर वन्य जीव संरक्षण अधिनियम 1972 की धारा 9,50,34,44,51 के तहत मामला दर्ज कर न्यायालय प्रथम श्रेणी पिथौरा में पेश किया गया है. कोर्ट ने आरोपियों को 9 सितंबर तक पुलिस रिमांड पर भेज दिया है.
वन मंडलाधिकारी मयंक पांडे ने बताया की लगातार जिले के दूरस्थ वनांचल इलाकों में वन्य प्राणियों के शिकार और उनके मांस को बेचे जाने की शिकायतें मिल रही थी. जिस पर मुखबिर लगाया गया था. इसी दौरान हिरण का शिकार के बारे में पता चला. आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. अवैध शिकार करने वालों पर कार्रवाई जारी रहेगी.

