रायपुर:- छत्तीसगढ़ की स्थापना को आज 25 साल पूरे हो गए है. इस अवसर पर रजत जयंती मनाई जा रही है. जिसमें पीएम मोदी शामिल हो रहे हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नवा रायपुर अटल नगर में छत्तीसगढ़ रजत महोत्सव में शामिल होकर सड़क, उद्योग, स्वास्थ्य और ऊर्जा क्षेत्र से जुड़ी 14260 करोड़ की कई परियोजनाओं की सौगात प्रदेशवासियों को दे रहे हैं.
विधानसभा के नए भवन का उद्घाटन करने के बाद पीएम मोदी का भाषण
पीएम मोदी ने कहा साल 2025 का वर्ष भारतीय गणतंत्र का अमृत वर्ष है. 75 साल पहले भारत ने अपना संविधान देशवासियों को समर्पित किया था. ऐसे में इस ऐतिहासिक अवसर पर संविधान सभा के सदस्य रहे सभी नेताओं का स्मरण करते हुए उन्हें अपनी श्रद्धांजलि देता हूं. इन विभूतियों ने बाबा साहेब के नेतृत्व में संविधान के बनने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. आज छत्तीसगढ़ स्वर्णिम अध्याय बनकर चमक रहा है.
छत्तीसगढ़ की विकास यात्रा के लिए आज का दिन एक स्वर्णिम शुरुआत का दिन है. मेरे लिए व्यक्तिगत तौर पर यह बहुत ही सुखद और अहम दिन है. मेरा पिछले कई दशकों से इस भूमि से आत्मीय नाता रहा है.एक कार्यकर्ता के रुप में मैंने छत्तीसगढ़ में बहुत समय बिताया. यहां से बहुत कुछ सीखने को मिला. मेरे जीवन को गढ़न में, यहां के लोगों और यहां की भूमि का आशीर्वाद रहा है.
छत्तीसगढ़ की परिकल्पना, निर्माण का संकल्प और उस संकल्प को पूरा करने तक हर एक पल का मैं साक्षी रहा है. आज छत्तीसगढ़ 25 वर्षों के अहम पड़ाव पर पहुंचा है तो इस क्षण का सहभागी बनने का अवसर मिला है.रजत जयंती उत्सव पर नई विधानसभा के लोकार्पण का अवसर मिला है. मैं छत्तीसगढ़ के लोगों और राज्य सरकार को बधाई देता हूं.
2025 का वर्ष भारतीय गणतंत्र का अमृत वर्ष भी है. 75 वर्ष पहले भारत ने अपना संविधान देशवासियों को समर्पित किया था. ऐसे में आज ऐतिहासिक अवसर पर मैं इस अंचल से संविधान सभा के सदस्य रहे रविशंकर शुक्ल, बैरिस्टर ठाकुर छेदीलाल, घनश्याम गुप्त, रामप्रसाद पोटाई और रघुराज सिंह जैसे मनीषियों को श्रद्धांजलि देता हूं.
पीएम मोदी ने कहा- सभी विभूतियों ने बाबा साहब के नेतृत्व में संविधान के बनने में अहम भूमिका निभाई थी. आज का दिन छत्तीसगढ़ के इतिहास का स्वर्णिम दिन है. ये केवल एक इमारत का समारोह नहीं बल्कि 25 सालों की जनआकांक्षा, जनसंघर्ष और जनगौरव का उत्सव बन गया है.
आज छत्तीसगढ़ अपने स्वप्न के नए शिखर पर खड़ा है. इस गौरवशाली क्षण में मैं उन महापुरुष को नमन करता हूं, जिनकी दूरदृष्टि और करुणा ने इस राज्य की स्थापना की है. वो महापुरुष हैं भारत रत्न अटल बिहारी बाजपेयी.साल 2000 में छत्तीसगढ़ गठन का निर्णय सिर्फ प्रशासनिक नहीं बल्कि छत्तीसगढ़ की आत्मा को पहचान दिलाने का था. इसलिए आज अटलजी की प्रतिमा का भी अनावरण हुआ है.अटलजी का बनाया छत्तीसगढ़ आज आत्मविश्वास से भरा है. विकास की नई ऊंचाईयों को छू रहा है.छत्तीसगढ़ विधानसभा का इतिहास प्रेरणास्त्रोत है.पहली विधानसभा की बैठक राजकुमार कॉलेज के जशपुर हॉल में हुई थी.

