बेमेतरा: लावातरा गांव में एक परिवार के घर बच्चे के नामकरण कार्यक्रम के दौरान भोज का आयोजन 16 अक्टूबर को किया गया. कार्यक्रम में गांव के लोगों के साथ साथ मारी, खंडसरा, बेतर और अधियारखोर के लोग भी पहुंचे. सभी को खाने में चना आलू की सब्जी, पूरी, चावल, दाल परोसी गई. खाने के 24 घंटे के अंदर लोग बीमार होने लग गए. लोगों को पेट दर्द और उल्टी दस्त होने लगा.
खंडसरा और जिला अस्पताल में लोगों का इलाज: फूट प्वॉइजनिंग से पहले 13 मरीजों को खंडसरा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया. लेकिन रात होते होते मरीजों की संख्या बढ़ गई. फूड प्वॉइजनिंग का शिकार होने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 31 हो गई. 8 मरीजों को बेमेतरा जिला अस्पताल भेजा गया. एक बुजुर्ग महिला प्रमिला बाई की हालत गंभीर होने पर रायपुर रेफर किया गया.
लावातरा गांव में स्वास्थ्य विभाग की टीम: जिला टीकाकरण अधिकारी एवं खंडसरा के BMO डॉक्टर शरद कोहड़े ने बताया कि गांव में दूषित भोजन करने से लोग बीमार हुए है. 23 मरीज खंडसरा और 8 मरीजों का बेमेतरा के अस्पताल में इलाज किया जा रहा है. सभी मरीजों की हालत सामान्य है. एक बुजुर्ग महिला को रायपुर रेफर किया गया है. लावातरा गांव में स्वास्थ्य विभाग की टीम भेजी गई है.

