रायपुर : विधानसभा के बजट सत्र में बुधवार को सर्पदंश से होने वाली मौतों पर सरकार द्वारा दिए जाने वाले वाले मुआवजा का मामला सदन में गूंजा। सवाल जवाब के दौरान विभगीय मंत्री कोई संतोष जनक जवाब नहीं दे पाए।
सर्पदंश से होने वाली मौतों पर दिए जाने वाले मुआवजे को लेकर बीजेपी विधायक सुशांत शुक्ला ने विभाग की ओर से दी गई जानकारी के आधार पर कहा कि सर्पलोक कहे जाने वाले जशपुर में 96 लोगों की सर्पदंश से मौत हुई, जबकि बिलासपुर में 431 लोगों की मौत हो जाती है, जो संभव नहीं। सुशांत शुक्ला ने कहा कि मुआवजे में करोड़ों की गड़बड़ी हुई है, फर्जीवाड़ा किया गया है।
आसंदी का सवाल…सांप फर्जी था कि आदमी
सवाल जवाब के दौरान विधानसभा अध्यक्ष ने आसंदी से कहा कि सांप फर्जी था कि आदमी फर्जी था, जिस पर मंत्री टंकराम वर्मा ने कहा कि पहली बार ये जानकारी में आया है। ऐसा है तो विधायक जानकारी दें, इसकी जांच कराई जाएगी।
पहले जांच हुई है क्या?
सुशांत शुक्ला ने कहा कि पहले जांच हुई है क्या? जबकि पहले भी शिकायत हुई है। राजस्व और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की मिलीभगत से करोड़ों का घोटाला हुआ है। इसकी सचिव स्तर के अधिकारी से जांच कराएंगे क्या?
मंत्री टंकराम वर्मा ने कहा कि मुझे शिकायत नहीं मिली है, शिकायत मिलने पर जांच और कार्रवाई दोनों होगी। इसके साथ मंत्री टंकराम वर्मा की सदन में घोषणा कि बिलासपुर में सर्पदंश से 431 मौत की जांच कराई जाएगी।
विधायक धरमलाल बोले. हमने तो यही सुना है..
चर्चा को आगे बढ़ाते हुए विधायक धरमलाल ने कहा हमें तो यही सुना है और जाना है कि जशपुर नागलोक है।जशपुर से बिलासपुर कब नागलोक बन गया पता ही नहीं चला।