छत्तीसगढ़ बोर्ड (CGBSE) ने इस साल पूरक परीक्षा की जगह द्वितीय परीक्षा का आयोजन किया है। इसमें फेल और पूरक के साथ-साथ पहली बार पास हुए छात्र भी श्रेणी सुधार के लिए शामिल हुए। इस बार पास होने वाले छात्रों में दो हजार से अधिक ने फर्स्ट डिवीजन प्राप्त किया है।

छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल की पुरानी तस्वीर।
रायपुर। छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल (CGBSE) द्वारा द्वितीय परीक्षा की उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन समाप्त हो गया है। रिजल्ट जारी करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है और अगले 10 दिनों के भीतर परिणाम घोषित किए जा सकते हैं। यह परीक्षा 23 जुलाई से 12 अगस्त तक हुई थी।
मूल्यांकन कार्य के लिए 20 केंद्र स्थापित किए गए थे, जिनमें दो केंद्र राजधानी रायपुर में थे। पहली बोर्ड परीक्षा के दौरान 36 मूल्यांकन केंद्र थे। द्वितीय परीक्षा में 10वीं और 12वीं के लगभग 82 हजार छात्रों ने भाग लिया। माशिमं ने इस साल प्रदेश में दो बार सीजी बोर्ड परीक्षा आयोजित की।
इस साल पहली परीक्षा फरवरी-मार्च में और दूसरी परीक्षा जून-जुलाई में होगी। पूरक परीक्षा की बजाय 10वीं और 12वीं के लिए द्वितीय परीक्षा का आयोजन किया गया है। इसमें फेल और पूरक वाले विद्यार्थियों के साथ-साथ पहली बोर्ड परीक्षा में पास हुए छात्र भी श्रेणी सुधार के लिए शामिल हुए हैं। परिणामस्वरूप, दो हजार से ज्यादा छात्र फर्स्ट डिवीजन में सफल हुए हैं।
10वीं और 12वीं की अंतिम मेरिट लिस्ट में बदलाव किए जाएंगे।
माशिमं ने द्वितीय परीक्षा के परिणाम के साथ-साथ 10वीं और 12वीं की फाइनल मेरिट लिस्ट जारी करने की योजना बनाई है। इस प्रक्रिया की तैयारी भी शुरू कर दी गई है, लेकिन द्वितीय अवसर परीक्षा के परीक्षार्थियों को फाइनल मेरिट लिस्ट में शामिल नहीं किया जाएगा। मई में बोर्ड के परिणामों के दौरान अस्थाई मेरिट लिस्ट जारी की गई थी।
छात्रों के पुनर्मूल्यांकन और पुनर्गणना के बाद उनके अंक बढ़ गए हैं, जिससे कई फेल और पूरक छात्र अब पास हो गए हैं। अधिकारियों का कहना है कि फाइनल टॉप-10 मेरिट लिस्ट में 10वीं के पांच और 12वीं के तीन से ज्यादा छात्रों को स्थान मिल सकता है। माशिमं ने यह भी स्पष्ट किया है कि जो विद्यार्थी अस्थाई मेरिट लिस्ट में टॉप-10 में थे, उनका नाम नई सूची में भी रहेगा। पहली मेरिट लिस्ट में 10वीं के 59 और 12वीं के 20 टॉपर्स शामिल थे।
1.5 लाख की प्रोत्साहन राशि |
10वीं और 12वीं में टॉप-10 में शामिल प्रत्येक छात्र को डेढ़ लाख की प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। हालांकि इस बार हेलीकॉप्टर की सैर को लेकर संशय की स्थिति है। क्योंकि हेलीकाप्टर की सैर कांग्रेस सरकार द्वारा शुरूआत की गई थी। अब सरकार भी बदल गया है। ऐसे में अधिकारी भी इसको लेकर चुप्पी साध ली है।