सुकमा : साइबर ठगों के हौसले कुछ ज्यादा ही बुलंद हो गये हैं। आम आदमी तो छोड़िये अब वो कलेक्टर-एसपी के नाम पर ही सीधे ठगी में जुट गये हैं। मामला सुकमा से आया है। जहां नव नियुक्त कलेक्टर देवेश ध्रुव के नाम पर ठगी का एक मामला सामने आया है। देवेश ध्रुव को हाल ही में सुकमा जिले का नया कलेक्टर बनाया है। शनिवार को ही उन्होंने चार्ज लिया है।
इधर सुकमा के नये कलेक्टर के नाम से फर्जी व्हाट्सअप अकॉउंट बनाकर ठगी का प्रयास किया है। साइबर ठगों को एक फर्जी वाह्ट्सएप चैट भी सामने आया है। जिसमें ठगों की तरफ से किताब के नाम पर पैसे मांगे गये थे। पूरी बातचीत इंग्लिश में हुई है, जिसमें साइबर ठगों की तरफ से कहा गया है कि उन्होंने कुछ किताबे अपने प्रोजेक्ट के लिए मंगायी ही, एप स्टोर कोड के जरिये भुगतान करना है। लेकिन उन्हें एप स्टोर कोड चलाना नहीं आता, इसलिए वो इसके बदले में भुगतान कर दे। हालांकि संबंधित को ठगी की आशंका हो गयी और उसने भुगतान से इंकार कर दिया।
इधर कलेक्टर देवेश कुमार ध्रुव ने जिले की आम जनता से अपील की है कि वे इस प्रकार की धोखाधड़ी से सतर्क रहें और किसी भी अनजान नंबर से आए संदेशों पर भरोसा न करें। सुकमा कलेक्टर देवेश कुमार ध्रुव ने भी स्पष्ट किया है कि किसी भी प्रकार की वित्तीय सहायता या धनराशि के लिए इस तरह के संदेश कभी नहीं भेजे जाते हैं। अगर किसी को इस प्रकार की संदिग्ध गतिविधियों का सामना होता है, तो वे तुरंत स्थानीय पुलिस या साइबर सेल को सूचित करें। कलेक्टर देवेश कुमार ध्रुव ने यह भी कहा है कि ऐसे अपराधियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।