छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने दिल्ली से लौटने के बाद साफ कर दिया कि कांग्रेस पार्टी में राष्ट्रीय महासचिव का दायित्व मिलने के बावजूद वे अपने गृह राज्य छत्तीसगढ़ में सक्रिय रहेंगे। उन्होंने BJP नेताओं के कटाक्ष पर तीखा पलटवार करते हुए कहा कि किसी को खुश होने की जरूरत नहीं है, क्योंकि वे छत्तीसगढ़ को छोड़कर कहीं नहीं जा रहे हैं।
मंगलवार को मीडिया से चर्चा के दौरान भूपेश बघेल ने अपनी स्थिति स्पष्ट की। उन्होंने कहा, “राष्ट्रीय महासचिव बनने का मतलब यह नहीं कि मैं छत्तीसगढ़ से दूर हो जाऊंगा। मैं यहां सक्रिय रहूंगा और राज्य के लोगों के साथ जुड़ा रहूंगा।” BJP नेताओं की ओर से यह चर्चा थी कि बघेल अब दिल्ली में ज्यादा समय बिताएंगे, लेकिन पूर्व सीएम ने इन अटकलों को सिरे से खारिज कर दिया।
बघेल ने कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के हालिया बयान का भी समर्थन किया। खड़गे ने कहा था कि जिस किसी को राज्य का प्रभार दिया जाता है, उसे वहां की सफलता या असफलता की जिम्मेदारी लेनी चाहिए। इस पर सहमति जताते हुए बघेल ने कहा, “यह बिल्कुल सही बात है। प्रभार लेने वाले की जवाबदेही तय होना जरूरी है। इसमें कुछ भी गलत नहीं है।”
उन्होंने जोर देकर कहा कि यह संगठनात्मक ढांचे को मजबूत करने का तरीका है।