दुर्ग : पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अपनी सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल उठाये हैं। दुर्ग में विरोध प्रदर्शन के दौरान भूपेश बघेल ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि उनकी सुरक्षा में कोताही बरती जा रही है। पूर्व मुख्य मंत्री भूपेश बघेल ने मंच सेअपनी सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े किये। उन्होंने कहा कि बजरंग दल के 50 कार्यकर्ताओं ने उनकी गाड़ी रोकी। उन्हें Z+ सुरक्षा मिली हुई है, बावजूद सुरक्षा में लापरवाही बरती गयी।
सरकार मेरी सुरक्षा नहीं कर पा रही है। भूपेश बघेल ने आरोप लगाया है कि बजरंग दल के नेताओं ने उनका रास्ता रोका। गाली-गलौज की, बदतमीजी की, सुरक्षाकर्मियों से धक्कामुक्की की गई। इस मामले में अज्ञात लोगों के खिलाफ FIR दर्ज कराई गई है। दरअसल, विधायक देवेंद्र यादव और सतनामी समाज के युवाओं को गिरफ्तार किए जाने के विरोध में कांग्रेस ने दुर्ग में एक दिन का धरना प्रदर्शन आयोजित किया था।
भूपेश बघेल भी इसी में शामिल होने जा रहे थे, तभी लोगों ने घेरा और जय श्रीराम और भूपेश बघेल मुर्दाबाद के नारे लगाए। आपको बता दें कि भूपेश बघेल को मुख्यमंत्री रहते जो सुरक्षा घेरा दिया गया था, वही सुरक्षा घेरा बरकरार रखा गया है। भूपेश बघेल को अभी भी जेड प्लस का सुरक्षा घेरा मिला हूआ है। हालांकि आज जिस तरह से भूपेश बघेल ने अपनी सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े किये, उसने सियासी सनसनी तेज कर दी है।
जेड प्लस श्रेणी की सुरक्षा
स्पेशल प्रोटक्शन ग्रुप की सुरक्षा के बाद जेड प्लस भारत की सर्वोच्च सुरक्षा श्रेणी है। इस श्रेणी में संबंधित विशिष्ट व्यक्ति की सुरक्षा में 36 जवान लगे होते हैं। इसमें 10 से ज्यादा एनएसजी कमांडो के साथ दिल्ली पुलिस, आईटीबीपी या सीआरपीएफ के कमांडो और राज्य के पुलिसकर्मी शामिल होते हैं।