गणेश उत्सव का अंतिम पड़ाव, विसर्जन, भक्तों के लिए भावुक क्षण लेकर आता है. जहां एक ओर हर्षोल्लास के साथ गणपति बप्पा को विदा किया जाता है, वहीं दूसरी ओर यह समय इच्छाओं को उनके समक्ष समर्पित करने का सर्वोत्तम अवसर भी माना जाता है. ज्योतिषाचार्यों और परंपराओं के अनुसार, विसर्जन के क्षण में यदि श्रद्धा से मनोकामना रखी जाए, तो गणेश जी उसे अवश्य पूर्ण करते हैं.
कैसे रखें अपनी मनोकामना
विसर्जन से पहले गणेश जी को फूल, दूर्वा और एक सुपारी अर्पित करें.
दोनों हाथ जोड़कर गणपति बप्पा के चरणों में अपनी इच्छा स्पष्ट और सरल शब्दों में कहें.
ध्यान रखें कि मनोकामना केवल सकारात्मक और शुभ कार्यों से जुड़ी हो.
नारियल और गुड़ का प्रसाद अर्पित करके बप्पा से विनम्रता से आशीर्वाद मांगे.
विसर्जन के समय “गणपति बप्पा मोरया, अगले बरस तू जल्दी आ” का उच्चारण करते हुए जल में प्रतिमा प्रवाहित करें.
धार्मिक मान्यता है कि इस क्षण किया गया संकल्प सीधे गणेश जी तक पहुंचता है. भक्ति, श्रद्धा और निष्कपट भाव से रखी गई प्रार्थना का असर शीघ्र ही जीवन में देखने को मिलता है. इस तरह गणेश विसर्जन न केवल उत्सव का समापन होता है, बल्कि यह जीवन में नई ऊर्जा, आशा और सकारात्मकता का भी प्रारंभ बन जाता है.

