बलरामपुर :- बलरामपुर रामानुजगंज जिले के पटवारियों के लिए ये साल कुछ अच्छा नहीं गुजर रहा.क्योंकि बेईमान पटवारी एसीबी के हाथों बेनकाब हो रहे हैं.ताजा मामला शंकरगढ़ क्षेत्र का है.जहां पर सीमांकन के एवज में पटवारी ने अपनी जेब गर्म करनी चाही. बस फिर क्या था पटवारी ने अपनी कुर्सी का रौब दिखाते हुए फरियादी से 15 हजार का खर्चा मांग लिया.जिस पर फरियादी ने पटवारी को भरोसा दिलाया कि वो उन्हें पैसे दे देगा.लेकिन जैसे ही पटवारी ने पैसे लिए वैसे ही एसीबी की टीम ने मौके पर दबिश दी और पटवारी की जेब गर्म होने के बजाय दिमाग ठंडा हो गया. फिलहाल एसीबी ने पटवारी को अरेस्ट करके आगे की कार्रवाई शुरु कर दी है.
जमीन सीमांकन के बदले मांगी थी घूस : बलरामपुर जिले के शंकरगढ़ में राजस्व विभाग में भ्रष्टाचार की कहानी एक बार फिर लोगों के सामने आई. यहां एक पटवारी को एंटी करप्शन की टीम ने रिश्वत लेते हुए दबोचा है. पटवारी का नाम महेंद्र कुजूर है. जो जमीन सीमांकन करने के एवज में राजेश यादव से 20 हजार रुपए मांगे. इसके बाद घूस का सौदा 15 हजार रुपए में तय हुआ.
लेकिन राजेश को मन ही मन अपनी ही जमीन के सीमांकन के लिए इतनी ज्यादा रकम देना नागवार गुजरा.लिहाजा राजेश ने रिश्वतखोर पटवारी की जानकारी एसीबी को दे दी. जिसके बाद एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने शिकायत की पुष्टि होने के बाद जाल बिछाया.जिसमें गुरुवार सुबह को जैसे ही राजेश ने पटवारी को पैसे दिए वैसे ही टीम ने मौके पर पहुंचकर पटवारी को गिरफ्तार कर लिया.एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम फिलहाल रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़े गए पटवारी महेंद्र कुजूर से शंकरगढ़ रेस्ट हाउस में पूछताछ रही है.जिसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.
पहले भी पटवारी पर हो चुकी है कार्रवाई : इससे पहले भी बलरामपुर जिले के वाड्रफनगर तहसील क्षेत्र अंतर्गत परसडीहा राजेश पटेल ने भी बरतीकला के पटवारी को अरेस्ट करवाया था. उस वक्त सीमांकन के लिए पटवारी हेमंत कुजूर ने 10 हजार की रिश्वत मांगी थी.जिसके बाद एसीबी से राजेश पटेल ने शिकायत की.इसके बाद जैसे ही राजेश ने दो हजार रुपए पटवारी को दिए वैसे ही एसीबी ने पटवारी को दबोच लिया.
