छत्तीसगढ़ :- मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि छत्तीसगढ़ समेत 12 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में विशेष इंटेंसिव रिवीजन सर्वे शुरू किया जा रहा है। इस प्रक्रिया के तहत आज रात से वोटर लिस्ट फ्रीज हो जाएगी और 28 अक्टूबर से इसका औपचारिक शुभारंभ होगा।
छत्तीसगढ़ में वर्तमान में करीब 2 करोड़ 80 लाख मतदाता पंजीकृत हैं। चुनाव आयोग के मुताबिक SIR प्रक्रिया के जरिए नए मतदाताओं को जोड़ने और पुराने रिकॉर्ड में सुधार की कार्रवाई होगी। साथ ही ऐसे नाम जो अब पात्र नहीं हैं, उन्हें सूची से हटाया जाएगा ताकि मतदान प्रक्रिया निष्पक्ष और विश्वसनीय बन सके।
क्या है SIR सर्वे और क्यों जरूरी है
मुख्य चुनाव आयुक्त ने बताया कि देश में आखिरी बार विशेष गहन पुनरीक्षण 21 साल पहले किया गया था। इस दौरान वोटर लिस्ट में कई तकनीकी त्रुटियां पाई गईं और बड़ी संख्या में डुप्लिकेट या निष्क्रिय नाम शामिल थे।
अब SIR के जरिए इन खामियों को दुरुस्त किया जाएगा। यह प्रक्रिया न केवल नए मतदाताओं को जोड़ने बल्कि पुराने रिकॉर्ड को सटीक करने का भी एक बड़ा प्रयास है।
बिहार बना मॉडल, मिली जीरो शिकायतें
चुनाव आयोग ने बताया कि SIR प्रक्रिया का पहला चरण बिहार में सफलतापूर्वक पूरा हुआ था। बिहार में यह सर्वे ‘जीरो शिकायत’ मॉडल के रूप में सामने आया, जहां किसी भी स्तर पर गड़बड़ी की रिपोर्ट नहीं मिली। बिहार की सफलता के बाद ही इसे अब 12 राज्यों में लागू किया जा रहा है।मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि, “बिहार में हमें शानदार परिणाम मिले। अब हम इसे केरल, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल, असम और पुडुचेरी जैसे राज्यों में भी लागू कर रहे हैं, जहां मई 2026 तक विधानसभा चुनाव होने हैं।

