बीजापुर:- जिले के मध्य गांव में एक 11 माह की बच्ची को करेत सांप के डसने के बाद मेडिकल कॉलेज, जगदलपुर के डॉक्टरों और मेडिकल स्टाफ की अथक मेहनत ने उसे नया जीवन दान दिया। 97 घंटे तक वेंटिलेटर पर रहने के बाद इस मासूम ने जिंदगी की जंग जीत ली, जो एक चमत्कारिक रिकवरी का उदाहरण बन गया है।
शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. अनुरूप साहू ने बताया कि सांप के डसने के बाद बच्ची को अस्पताल लाया गया, तब वह पूरी तरह बेहोश और गंभीर विषाक्त स्थिति में थी। तत्काल उसे वेंटिलेटर पर रखा गया और चार दिनों तक लगातार चिकित्सीय निगरानी में इलाज किया गया। शिशु वार्ड की पूरी टीम, जिसमें डॉ. डी. आर. मांडवी, अन्य डॉक्टर और स्टाफ नर्स शामिल थे, ने दिन-रात मेहनत कर बच्ची को खतरे से बाहर निकाला।
यह मामला न केवल चिकित्सा क्षेत्र में एक बड़ी उपलब्धि है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि समय पर उपचार और चिकित्सकों की मेहनत कितनी महत्वपूर्ण हो सकती है। इस घटना ने बीजापुर और आसपास के क्षेत्रों में लोगों के बीच जागरूकता बढ़ाई है कि सांप के डसने जैसे गंभीर मामलों में तुरंत अस्पताल पहुंचना कितना जरूरी है।