कोरबा : कोरबा कलेक्टर अजीत वसंत ने जल जीवन मिशन के कार्यो की आज समीक्षा की। बैठक में कलेक्टर ने साफ कर दिया कि तय समयावधि के भीतर काम कम्पलीट नही करने वाले फर्मो को तत्काल लिस्ट बनाकर ब्लैक लिस्ट करे। जिले के वनांचल सहित ग्रामीण क्षेत्रों में जल जीवन मिशन की सुस्त चाल पर कलेक्टर ने नाराजगी जताते हुए पीएचई विभाग के अधिकारियों को तय समय में गुणवत्तापूर्ण कार्य कराने का सख्त निर्देश दिया है।
बैठक में कलेक्टर अजीत वसंत के सख्त तेवर देखने के बाद अधिकारी और ठेकेदारों के बीच हड़कंप मचा हुआ है। गौरतलब है कि आदिवासी बाहुल्य कोरबा जिला में जल जीवन मिशन के तहत गांव-गांव में घरों तक शुद्ध पेयजल पहुंचाने का कार्य चल रहा है। अरबों रूपये का ठेका होने के बाद भी जिले के कई हिस्सों में महीनों से ग्रामीण अपने घरों में साफ पानी आने की बाट जोह रहे है। कटघोरा, पाली-तानाखार सहित करतला विकासखंड में आज भी पेयजल की समस्या बरकरार है।
गांव में जल जीवन मिशन के तहत पानी की टंकी बनाने के साथ ही घरों मेें नल के कनेक्शन तो लगा दिये गये है, लेकिन पानी की सप्लाई आज भी चालू नही हो सकी है। जल जीवन मिशन की सुस्त चाल पर आज कलेक्टर अजीत वसंत ने कलेक्ट्रेट सभा कक्ष में कार्यों की समीक्षा की। बैठक में लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के अधिकारियों के साथ ही क्रेंडा के अफसर मौजूद थे। बैठके के दौरान कलेक्टर एक्शन मोड पर नजर आये। कार्यो की प्रगति की जानकारी लेने के दौरान ही कलेक्टर ने साफ कर दिया कि जिन ग्रामों में ठेकेदारों द्वारा कार्यों में रूचि नहीं ली जा रही है,
उनकी सूची बनाकर ब्लैक लिस्ट करने का प्रस्ताव बनाएं। कलेक्टर ने समय-सीमा खत्म होने के बाद भी कार्य पूरा नहीं करने वाले ठेकेदारों की बैठक आगामी सप्ताह में आयोजित करने और कार्यों की समीक्षा करने के निर्देश पीएचई के कार्यपालन अभियंता ए. के. बच्चन को दिए। कलेक्टर ने निर्देशित किया कि जल-जीवन मिशन अंतर्गत किए जा रहे कार्यों में गुणवत्ता होनी चाहिए और लोगों के घरों में समय पर पानी पहुंचना चाहिए।