कोच्चि :- कस्टम अधिकारियों ने केरल के कोच्चि अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर अजीबो-गरीब तस्कर को गिरफ्तार किया. उसे सोने-चांदी की तस्करी के कारण गिरफ्तार नहीं किया गया, बल्कि चिड़ियों की तस्करी के कारण उसे पकड़ा गया. जी हां, वह थाईलैंड से चिड़ियों को लेकर भारत आ गया. अंतरराष्ट्रीय बाजार में इनकी कीमतें करोड़ों में बताई जा रही हैं.
पुलिस ने जो जानकारी दी है उसके अनुसार तस्कर के पास 11 दुर्लभ और लुप्तप्राय पक्षी थे. अधिकारियों ने पुष्टि की है कि ये जीवित पक्षी यात्रियों के सामान के भीतर विशेष रूप से तैयार किए गए डिब्बों में छिपे हुए पाए गए.
थाईलैंड से कुआलालंपुर होते हुए कोच्चि पहुंचे इस तस्कर जोड़े को सीमा शुल्क अधिकारियों द्वारा निरीक्षण के दौरान संदेह होने पर रोक लिया गया. उनके साथ एक सात साल का बच्चा भी यात्रा कर रहा था. उनके सामान की गहन जांच से इस संरक्षित प्रजाति की तस्करी के प्रयास का पर्दाफाश हुआ.
बरामद किए गए पक्षी संरक्षित कैटेगरी में आते हैं. अधिकारियों ने कहा कि जिन पक्षियों को जब्त किया गया, वे वन्य जीव-जंतुओं और वनस्पतियों की लुप्तप्राय प्रजातियों के अंतरराष्ट्रीय व्यापार पर कन्वेंशन (सीआईटीईएस) के तहत संरक्षित हैं. ऐसी प्रजातियों को उनके मूल निवास स्थान से दूसरे देश में ले जाना अंतरराष्ट्रीय वन्यजीव संरक्षण कानूनों का गंभीर उल्लंघन है. गिरफ्तार किए गए जोड़े और जब्त किए गए पक्षियों को आगे की जांच के लिए वन विभाग को सौंप दिया गया है.
मलयट्टूर के प्रभागीय वन अधिकारी (डीएफओ) कार्तिक ने ईटीवी भारत को बताया कि जांच शुरू कर दी गई है और प्रारंभिक जांच के बाद तस्कर के खिलाफ आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी. सीआईटीईएस के प्रावधानों के अनुसार, अंतरराष्ट्रीय तस्करी से बरामद किए गए जीवित पशुओं को उनके मूल देश वापस भेजा जाना चाहिए. सीमा शुल्क अधिकारियों ने कहा कि वन विभाग पक्षियों को हवाई मार्ग से उनके मूल देश, थाईलैंड वापस भेजने से पहले आवश्यक प्राथमिक चिकित्सा और क्वारेंटाइन प्रदान करेगा.

