नारायणपुर:- छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित अबूझमाड़ क्षेत्र में अपनी जरूरतों के लिए जंगल पर निर्भर आदिवासी ग्रामीण अक्सर जंगली जानवरों का शिकार बनते हैं.रविवार सुबह ऐसी ही एक घटना हुई. एक ग्रामीण पर भालू ने अचानक हमला कर दिया, जिसमें वह गंभीर रूप से घायल हो गया. घटना हरबेल गांव के जंगल क्षेत्र की है, जहां वन्यजीवों की बढ़ती सक्रियता पहले से ही ग्रामीणों के लिए खतरा बनी हुई है.
भालू का अचानक हमला, ग्रामीण गंभीर रूप से घायल
मिली जानकारी के अनुसार हरबेल गांव का 40 वर्षीय गोगा राम रोज की तरह सुबह जंगल में कोदो (कोसरा) काटने गया था. काम के दौरान अचानक पीछे से आए भालू ने उस पर हमला कर दिया. हमले में गोगा राम के सिर और जांघ पर गहरे घाव हो गए और वह जमीन पर गिर पड़ा.
ग्रामीणों की बहादुरी दिखाते हुए भालू को भगाया
गोगा राम की चीख और पुकार सुनकर आसपास काम कर रहे ग्रामीण लाठी-डंडे और पत्थर लेकर मौके पर पहुंचे. ग्रामीणों ने साहस दिखाते हुए भालू को डराया और हमलावर भालू को जंगल की ओर खदेड़ दिया. इसके बाद ग्रामीण घायल को किसी तरह गांव तक लेकर पहुंचे और तुरंत मदद के लिए सुरक्षा कैंप में संदेश भेजा.
ITBP की रेस्क्यू टीम ने किया प्रारंभिक इलाज
घटना की सूचना मिलते ही 44वीं बटालियन ITBP की ए कम्पनी, COB जटलूर से एक त्वरित रेस्क्यू टीम मौके पर भेजी गई. जवानों ने घायल को हरबेल जंगल क्षेत्र से सुरक्षित निकालकर तुरंत जटलूर कैंप लाया. कैंप में मौजूद मेडिकल स्टाफ SI (GD) मेडिक सोहन लाल, CT (मेडिक) काशीदेव दर्शन, CT विकास कुमार ने उपलब्ध संसाधनों से घायल का प्राथमिक उपचार किया और उसकी स्थिति को स्थिर किया.

