नई दिल्ली:- दिवाली के आने से पहले देश में सोने और चांदी की कीमतों में ऐतिहासिक तेजी देखने को मिल रही है. महंगाई और कीमतों की रिकॉर्ड ऊंचाई के बावजूद भी इस बार धनतेरस पर देशभर में जबरदस्त खरीदारी हुई है. ग्राहक खासतौर पर सोने के गहने, सिक्के और चांदी के पूजा सामान की खरीद में सबसे आगे रहे.
सोने के दाम में एक साल में ₹51,000 की बढ़त
धनतेरस 2024 की तुलना करें तो पिछले साल 24 कैरेट सोने का भाव ₹81,400 प्रति 10 ग्राम था. वहीं इस साल 2025 में यह बढ़कर ₹1,32,400 प्रति 10 ग्राम हो गया है. यानी मात्र एक साल में ₹51,000 की भारी बढ़ोतरी, जो करीब 62.65% की उछाल है.
इतना ही नहीं, सिर्फ एक हफ्ते में ही 24 कैरेट सोने के दाम में ₹5,780 और 22 कैरेट में ₹5,300 तक की वृद्धि दर्ज की गई है.
इसके बावजूद इस बार धनतेरस पर बाजारों में भीड़ उमड़ी रही. महिलाएं और युवा वर्ग हल्के वजन की हॉलमार्क ज्वेलरी और गोल्ड कॉइन खरीदने में सबसे आगे रहे.
19 अक्टूबर 2025 के सोने के भाव (प्रमुख शहरों में)
चांदी भी रिकॉर्ड स्तर पर
इस बार चांदी के दाम भी काफी ऊंचाई पर हैं.19 अक्टूबर को चांदी की कीमत ₹1,72,000 प्रति किलोग्राम पर पहुंच गई. हालांकि धनतेरस के दिन दिल्ली में कीमत ₹7,000 गिरकर ₹1,70,000 प्रति किलोग्राम रही.
धनतेरस और दिवाली के मद्देनज़र चांदी के सिक्के, पूजा की थालियां, गिफ्ट आइटम और चांदी के बर्तन काफी बिके. कई ज्वैलर्स ने बताया कि ग्राहकों ने पारंपरिक आइटम्स के साथ-साथ मॉडर्न डिजाइन्स और हल्के वज़न की ज्वेलरी को भी प्राथमिकता दी.
निवेश और परंपरा का मेल
विशेषज्ञों का मानना है कि भले ही सोने-चांदी के दाम आसमान छू रहे हों, लेकिन भारतीय ग्राहकों के लिए धनतेरस पर सोना खरीदना सिर्फ निवेश नहीं, बल्कि एक शुभ परंपरा भी है. बाजारों में उमड़ी भीड़ ने यह साबित कर दिया कि दाम चाहे जितने भी हों, धार्मिक आस्था और सांस्कृतिक परंपराएं भारतीय उपभोक्ताओं को खरीदारी से नहीं रोक सकतीं.

