रोशनी का पर्व दीपावली बस शुरू होने ही वाला है. पांच दिन तक चलने वाले इस त्योहार को लेकर लोगों में गजब का उत्साह दिखाई दे रहा है. घर और बाजार सामानों और लोगों से खचाखच भरे नजर आ रहे हैं. लोग इस त्योहार को मनाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ना चाहते. इससे इतर लोग मां लक्ष्मी की कृपा पाने के लिए तमाम उपाय करते हैं. जो लोग कंगाली या दरिद्रता से जूझ रहे हैं, उनके लिए मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने का यह खास मौका है. आइये जानते हैं कुछ उपायों को.
लखनऊ के ज्योतिषाचार्य डॉ. उमाशंकर मिश्र ने बताया कि हिंदू सनातन धर्म में दीपावली का यह त्योहार काफी मायने रखता है. घर की नकारात्मकता को दूर करने के लिए यह उचित समय है. उन्होंने कहा कि शनिवार 18 अक्टूबर 2025 को धनतेरस से इस त्योहार की शुरुआत हो रही है. उन्होंने कहा कि रविवार 19 अक्टूबर को छोटी दीवाली (नरक चतुर्दशी), सोमवार को दीपावली, मंगलवार 21 अक्टूबर को परेवा और बुधवार 22 अक्टूबर 2025 को भाई दूज का त्योहार मनाया जाएगा.
ज्योतिषाचार्य ने आगे बताया कि धनतेरस से लेकर मुख्य दीपावली तक धन की अधिष्ठात्री देवी मां लक्ष्मी, जगत के पालनहार भगवान विष्णु और भगवान कुबेर की पूजा का विधान है.
तुलसी की पूजा
दीवाली के मौके पर धनतेरस से लेकर दीपावली तक हर दिन रोज मां लक्ष्मी की कृपा पाने का शुभअवसर है. रोज शाम को शुद्ध घी का एक दीपक तुलसी के पौधे के पास जलाना चाहिए.
इससे घर की नकारात्मकता दूर होती है.
घर के मुख्य द्वार की साफ-सफाई
त्योहार के दिन मुख्य द्वार पर गंगा जल का छिड़काव अवश्य करना चाहिए. वहीं, मेन दरवाजे के दोनों तरफ स्वास्तिक भी बनाना चाहिए. इससे घर में बीमारियां और नकारात्मक शक्तियां प्रवेश नहीं करती हैं.
श्री यंत्र की स्थापना
जो जातक दरिद्रता या कंगाली से जूझ रहे हैं, उन लोगों को धनतेरस पर घर के मंदिर में श्री यंत्र की स्थापना जरूर करनी चाहिए. इससे उनकी परेशानियां दूर होंगी. धन के आने के रास्ते खुलेंगे और सुख-समृद्धि आएगी.
श्री सूक्तम और लक्ष्मी सूक्तम का पाठ
ज्योतिषाचार्य ने आगे बताया कि जो जातक धनतेरस से लेकर दीपावली तक हर रोज मां लक्ष्मी की कृपा चाहते हैं उनको श्री सूक्तम या लक्ष्मीसूक्तम का पाठ अवश्य करना चाहिए. इससे धन-सम्पदा और सौभाग्य की प्राप्ति होती है.
इस मंत्र का करें जाप
उन्होंने कहा कि धनतेरस से लेकर दीवाली तक हर रोज सुबह-शाम 108 बार ऊं ह्रीं श्रीं लक्ष्मीभ्यो नम: का जाप करना चाहिए. इससे घर में मां लक्ष्मी का स्थाई निवास होगा और बरकत आएगी.
दान का भी महत्व
ज्योतिषाचार्य ने कहा कि जो जातक इन दिनों गरीबों और वंचितों को अपनी सामर्थ्यनुसार दान करते हैं उन सभी लोगों को मां की कृपा मिलती है.

