रायपुर:- नक्सलवाद पर प्रहार जारी है. मंगलवार को माओवादियों की केंद्रीय कमेटी के मेंबर भूपति उर्फ सोनू दादा ने अपने 60 साथियों के साथ पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया. भूपति उर्फ सोनू दादा ने अपने साथ साथियों के साथ सरेंडर छत्तीसगढ़ की सीमा से लगे महाराष्ट्र के गढ़चिरौली में की. भूपति उर्फ सोनू दादा जो कि माओवादियों की केंद्रीय कमेटी का मेंबर है. उसपर कुल डेढ़ करोड़ का इनाम शासन की ओर से घोषित किया गया था. सरेंडर करने वाले माओवादियों ने अपने 50 हथियार भी पुलिस को सौंपे हैं.
डेढ़ करोड़ का इनामी नक्सली सोनू दादा का सरेंडर: नक्सलियों के प्रमुख लीडर माने जाने वाले भूपति उर्फ सोनू दादा ने अपने 60 साथियों के साथ समर्पण किया है. सरेंडर करने वाले माओवादी कई हिंसक वारदातों में शामिल रहे हैं. भूपति का पूरा परिवार शुरुआत से ही नक्सली संगठन से जुड़ा रहा है. भूपति के परिवार के कई लोग नक्सल संगठन में कमांडर तक रह चुके हैं. भूपति का बड़ा भाई किशन जी बड़ा नक्सली कमांडर रह चुका है. भूपति की भाभी सुजाता नक्सली कैंपों की ट्रेनर मानी जाती है. इसके अलावा सोनू दादा उर्फ भूपति और उनकी पत्नी लंबे समय से नक्सली विचारधारा से जुड़कर काम कर रहे थे. इनका कार्य क्षेत्र सुकमा, दंतेवाड़ा, बीजापुर, नारायणपुर के साथ ही दूसरे राज्य छत्तीसगढ़ महाराष्ट्र आंध्र प्रदेश तेलंगाना ओडिशा और झारखंड भी रहा है.
सीएम ने कहा तय समय में हासिल कर लेंगे लक्ष्य: नक्सली भूपति उर्फ सोनू दादा के समर्पण पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा कि पूरे देश को मालूम है कि नक्सलवाद के साथ हमारे जवान पूरे मजबूती के साथ लड़ाई लड़ रहे हैं. इस लड़ाई में हमें लगातार सफलता भी मिली है. सीएम ने कहा कि जो संकल्प हमारे देश के प्रधानमंत्री और माननीय गृह मंत्री जी का है उसे हम तय समय में हासिल कर लेंगे. 31 मार्च 2026 तक पूरे देश से नक्सलवाद को समाप्त करना है. सीएम ने कहा, मुझे पूरा भरोसा है कि उनका संकल्प पूरा होगा और जो छत्तीसगढ़ के विकास में बहुत बड़ा बाधक नक्सलवाद है वह समाप्त होगा. सीएम ने कहा कि नक्सलवाद के खात्मे के बाद विकास की गति तेज रफ्तार से होगी.

