रायपुर:- मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कलेक्टर एसपी कॉफ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा, राज्य में कानून व्यवस्था स्थापित करने के लिए सजग होकर काम किया जाए. जो भी मामले अपराध से जुड़े हैं उनको समय अवधि के दरमियान ही निपटाया जाना चाहिए.डिविजनल फॉरेस्ट ऑफीसर्स की साथ में ही हुई बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा, आजीविका के लिए तेंदू पत्ता का संग्रह करने वाले लोगों को 7 से 15 दिनों के भीतर भुगतान कर दिया जाए.
तेंदू पत्ता भुगतान पर सीएम का बड़ा बयान: सीएम विष्णु देव साय ने कहा कि भुगतान की पूरी जानकारी ऑनलाइन माध्यम से हितग्राहियों को दी जाए. इसके लिए सभी लोगों को मजबूत तैयारी के साथ काम करना है. सीएम ने कहा कि इसमें किसी तरह की कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी.
कलेक्टर एसपी कांग्रेस: कलेक्टर, एसपी और डीएफओ कॉन्फ्रेंस को लेकर हुई बैठक में मुख्यमंत्री ने सभी पदाधिकारी को निर्देश दिया कि हर काम को समय अवधि के भीतर निपटाया जाए. मुख्यमंत्री ने सभी जिला अधिकारियों को निर्देश दिया की नए अपराधी कानून के क्रियान्वयन को लेकर नियमित तौर पर समीक्षा होनी चाहिए, साथ ही जिले में चल रही विकास योजना के परफॉर्मेंस की भी व्यापक समीक्षा सभी जिला अधिकारी करते रहें. मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि महिला और बालिकाओं से जुड़े आपराधिक मामलों में संवेदनशीलता के साथ तत्परता से कार्रवाई होनी चाहिए. इसमें किसी भी तरीके की कोताही नहीं होनी चाहिए.
सीएम ने दिए निर्देश: मुख्यमंत्री ने सभी पुलिस पदाधिकारी और जिलाधिकारी को निर्देश दिया है कि सायबर क्राइम और उससे जुड़ी हुई गतिविधियों की गहन समीक्षा की जाए. सीएम ने कहा, नए-नए तरीके से साइबर अपराध किया जा रहा है, इसको लेकर लोगों के बीच जागरूकता अभियान भी चलाया जाना चाहिए. सायबर ठगी को लेकर एक हेल्पलाइन नंबर भी सभी जिले में जारी किया जाए ताकि लोगों को इसकी जानकारी हो सके.
रेंज लेवल पर 9 थानों का संचालन होगा: डीएम एसपी को निर्देशित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, नशीली दवाओं और मादक पदार्थों के व्यापार पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए. नशे के कारण दूसरे अपराध बढ़ते हैं और इस पर विशेष अभियान चला कर कार्रवाई करने की जरूरत सीएम ने बताई. सीएम ने कहा नशे के तस्करों पर नकेल कसने के लिए राज्य से लगने वाली सीमाओं पर कड़ी निगरानी बरती जाए. सीएम ने कहा कि नशाखोरी के खिलाफ व्यापक मुहिम चलाना जरूरी है. इस पर सभी जिले के एसपी और कलेक्टर को कड़ी निगरानी रख कर काम करना चाहिए. मुख्यमंत्री ने कहा, सड़क सुरक्षा के लिए विशेष एहतियातन कार्रवाई की जानी चाहिए क्योंकि सड़क दुर्घटना में बहुत सारी बातें निकलकर सामने आती है.
”वनोपज का काम करने वालों हो फोकस”: कलेक्टर और डिविजनल फॉरेस्ट ऑफिसर के कॉन्फ्रेंस में मुख्यमंत्री ने कहा कि वनों से आजीविका चलाने वाले लोगों के लिए विशेष ध्यान देने की जरूरत है. खासतौर से जो लोग तेंदू पत्ता संग्रह करके जीवन यापन करते हैं उनका भुगतान 7 से 15 दिनों में होना चाहिए. सीएम ने कहा कि भुगतान की जानकारी संग्राहकों को मोबाइल पर मैसेज के माध्यम से भी भेजा जाना चाहिए. सीएम ने कहा कि 15 लाख 60 हजार तेंदू पत्ता संग्राहक ऑनलाइन खातों से जुड़े हैं. सीएम ने कहा कि इस संबंध में सभी के बैंक खातों को सुनिश्चित किया जाए और इसके भुगतान की पूरी व्यवस्था को कंप्यूटरिकृत किया जाए.
हर्बल उत्पादों को प्रमोट किया जाए”: सीएम ने कहा, लघु वन उपज से बहुत लोगों की आजीविका चलती है. वनोपज एक महत्वपूर्ण साधन के तौर पर विकसित किया जाना चाहिए और ऐसे स्टार्टअप को बढ़ावा भी दिया जाना चाहिए. राज्य में जितने वन धन केंद्र चल रहे हैं उन्हें और मजबूत किया जाना चाहिए. सीएम ने कहा छत्तीसगढ़ में हर्बल उत्पाद को प्रमोट करने की जरूरत है. औषधीय पौधों की खेती को बढ़ावा देना खासतौर से धमतरी, पेंड्र मरवाही में औषधीय पौधों की खेती पर विशेष ध्यान दिया जाए और इसमें सभी डीएफओ अपने तरह से एक योजना बनाएं.
”बांस उत्पादन पर होना चाहिए फोकस”: मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में कुल 3.7 लाख हेक्टेयर में बांस का उत्पादन होता है. बाजार में ज्यादा कीमत पर बिक्री होने वाले बांस की प्रजातियों के उत्पादन को बढ़ावा दिया जाए. वन आधारित आजीविका को भी मजबूत किया जाना चाहिए. सीएम ने कहा, राज्य में कुल 285 प्रसंस्करण केंद्र हैं जिनको सक्रिय करने की जरूरत है. इससे बांस कारोबार को मार्केट में ज्यादा बाजार मिल सकेगा.