रायपुर:- नवा रायपुर में 28 से 30 नवंबर तक 60 वीं डीजी कांफ्रेंस का आयोजन किया जाएगा। इसमें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल समेत देशभर के डीजी, एडीजी और आईजी स्तर के लगभग 250 वरिष्ठ अधिकारी शामिल होंगे।
प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने मितव्ययिता को लेकर स्पष्ट निर्देश जारी किए हैं। होटल या निजी भवनों की बजाय कार्यक्रम और अतिथियों के ठहरने की व्यवस्था केवल शासकीय भवनों में की जाएगी। इस निर्देश के बाद जिला व पुलिस प्रशासन रायपुर और नवा रायपुर के सरकारी भवनों के चयन में जुट गया है।
पुलिस अधिकारियों के मुताबिक डीजी कांफ्रेंस में आंतरिक सुरक्षा, कानून-व्यवस्था, साइबर क्राइम, सीमा प्रबंधन और आतंकवाद जैसे मुद्दों पर विस्तृत चर्चा होगी। साथ ही नई तकनीक, इंटेलिजेंस शेयरिंग और राज्यों के बीच सुरक्षा समन्वय को लेकर भी विचार-विमर्श होगा। खासकर छत्तीसगढ़ के बस्तर संभाग में हाल के महीनों में राज्य पुलिस और केंद्रीय बलों के संयुक्त अभियानों से मिली बड़ी सफलताओं पर चर्चा होगी।
इसके आधार पर आगे की नई रणनीतियां तय की जाएंगी। केंद्रीय गृह मंत्री पहले ही माओवाद समस्या को पूरी तरह खत्म करने की समय सीमा 31 मार्च 2026 तय कर चुके हैं। माना जा रहा है कि माओवाद पर विशेष सत्र होगा, जिसमें प्रधानमंत्री और गृहमंत्री सीधे सुरक्षा अधिकारियों से फीडबैक लेंगे। सम्मेलन से कई नई नीतियां भी सामने आने की उम्मीद है।
आईआईएम भवन में कांफ्रेस, मोदी रूकेंगे स्पीकर हाउस में
सम्मेलन का आयोजन नवा रायपुर स्थित भारतीय प्रबंधन संस्थान भवन में होगा। प्रधानमंत्री मोदी के रात्रि विश्राम की संभावित व्यवस्था नवा रायपुर स्थित नवीन स्पीकर हाउस में की जा सकती है। इस भवन से आइआइएम और नया विधानसभा भवन बेहद नजदीक हैं, जिससे आवागमन में सहूलियत होगी।
यहां रूकेंगे अतिथि
अतिथियों के ठहरने की व्यवस्था आफिसर्स मेस, सर्किट हाउस, कन्वेंशन सेंटर और पहुना अतिथि गृह में की जाएगी। सभी व्यवस्थाएं सुविधायुक्त और गरिमा के अनुरूप रखने के निर्देश दिए गए हैं। यह पहली बार है जब छत्तीसगढ़ में डीजी कांफ्रेंस का आयोजन हो रहा है।