हम में से कई लोग खूबसूरत दिखने के लिए बाजार में उपलब्ध कई तरह के सौंदर्य प्रसाधनों का इस्तेमाल करते हैं. कुछ नेचुरल कॉस्मेटिक्स का इस्तेमाल करते हैं. मुल्तानी मिट्टी और बेसन, दोनों ही प्राकृतिक सौंदर्य प्रसाधनों में बेहतरीन माने जाते हैं. ये पारंपरिक प्राकृतिक तत्व हैं. कई लोग चेहरे की देखभाल के लिए बेसन और मुल्तानी मिट्टी का इस्तेमाल करते हैं. हालांकि, त्वचा के प्रकार और त्वचा की समस्याओं के अनुसार दोनों में से किसी एक को चुनना और इस्तेमाल करना बेहतर होता है. तो आइए जानते हैं कि मुल्तानी मिट्टी और बेसन में से त्वचा के लिए कौन सा बेहतर है…
मुल्तानी मिट्टी के उपयोग
आयुर्वेद में मुल्तानी मिट्टी का बहुत महत्व है. मुल्तानी मिट्टी को फुलर की मिट्टी के रूप में भी जाना जाता है. विशेषज्ञ बताते हैं कि इसका इस्तेमाल कई तरह के ब्यूटी प्रोडक्ट्स में किया जाता है. मुल्तानी मिट्टी त्वचा को मुलायम बनाने में काफी कारगर बताई जाती है. इसके अलावा, यह त्वचा की गहराई से सफाई करती है. इसके साथ ही यह मुंहासों और दाग-धब्बों को कम करने में मदद करती है. मुल्तानी मिट्टी सन टैन और सूजन को दूर करने में भी मदद करती है. यह त्वचा के रोमछिद्रों को टाइट करने के लिए भी बहुत अच्छी है. ‘द ओपन डर्मेटोलॉजी जर्नल’ में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, मुल्तानी मिट्टी तैलीय त्वचा के लिए बहुत उपयुक्त है. क्योंकि मुल्तानी मिट्टी त्वचा से गंदगी और अतिरिक्त तेल को हटाती है. इसके अलावा, यह ताजा, चमकदार और निखरी त्वचा प्रदान करने के लिए जानी जाती है.
बेसन के फायदे
बेसन युक्त मास्क जेल के फेशियल पील का निर्माण और मूल्यांकन ने एक अध्ययन प्रकाशित किया है कि बेसन डेड स्किन सेल्स को हटाता है और त्वचा को चमकदार बनाता है. विशेषज्ञों का कहना है कि मुल्तानी मिट्टी की तुलना में, बेसन प्राकृतिक रूप से त्वचा को चमकदार बनाता है. हालांकि, विशेषज्ञों के अनुसार, इसमें मुल्तानी मिट्टी मिलाने से त्वचा में चमक आती है. तैलीय त्वचा वाले लोगों को बेसन का उपयोग करने की सलाह दी जाती है. इसके लिए, चार बड़े चम्मच बेसन में एक बड़ा चम्मच गुलाब जल या नींबू का रस और दो बड़े चम्मच शहद मिलाकर चेहरे और गर्दन पर लगाना चाहिए. मिश्रण को 10 से 15 मिनट बाद ठंडे पानी से धो लेना चाहिए. विशेषज्ञों का कहना है कि नियमित रूप से ऐसा करने से अच्छे परिणाम मिलते हैं.
कौन सा बेहतर है
विशेषज्ञों का कहना है कि मुल्तानी मिट्टी और बेसन दोनों ही चेहरे के लिए बहुत अच्छे होते हैं. हालांकि, विशेषज्ञ आपकी त्वचा के प्रकार के अनुसार इनका चुनाव करने की सलाह देते हैं. अगर आपकी त्वचा रूखी है, तो आपको नमी बनाए रखने के लिए बेसन का इस्तेमाल करना चाहिए, जबकि तैलीय त्वचा वालों को मुंहासों से बचाव के लिए मुल्तानी मिट्टी लगाने की सलाह दी जाती है. लेकिन आप इन दोनों में से जो भी इस्तेमाल करें, पहले पैच टेस्ट जरूर कर लें, वरना डॉक्टर से सलाह लेना बेहतर होगा.