समाजवादी पार्टी के नेता आजम खान मंगलवार सुबह 9 बजे सीतापुर जेल से रिहाई होनी थी. उनकी रिहाई का आदेश जेल प्रशासन के पास पहुंच गया है. जेल गेट पर आजम के समर्थक भी जुट गए. लेकिन, एक मुकदमे में जुर्माना राशि जमा न हो पाने के कारण आजम खान की रिहाई अटक गई. आजम खान अक्टूबर 2023 से सीतापुर जेल में बंद हैं. आजम के वकील जुबेर अहमद खान ने बताया, आजम खान लगभग 2 साल पहले सीतापुर जेल गए थे. अब 10 बजे के बाद रामपुर कोर्ट के खुलने पर वहां जुर्माने की राशि जमा की जाएगी. इसके बाद ही सपा नेता जेल से बाहर आ पाएंगे. आजम खान सपा सरकार में कई महत्वपूर्ण विभागों के मंत्री रहे. 1989 में उत्तर प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री बने और श्रम, रोजगार, मुस्लिम वक्फ और हज जैसे विभागों को संभाला. 1993 में वे एक बार फिर राज्य सरकार में कैबिनेट मंत्री बने. आजम खान उत्तर प्रदेश विधानसभा में विपक्ष के नेता भी रहे हैं. जबकि, 2003 से 2007 तक कैबिनेट मंत्री के रूप में संसदीय मामलों, शहरी विकास, जल आपूर्ति, शहरी रोजगार एवं गरीबी उन्मूलन विभागों का कामकाज देखा. 2012 में अखिलेश यादव की सरकार के दौरान आजम खान नगर विकास समेत कई महत्वपूर्ण विभागों के मंत्री बने.
आजम के जेल से बाहर निकलने के इंतजार में सड़क पर लोगों की भीड़ बढ़ने लगी है. इस पर पुलिस ने सख्ती दिखाई है. सीओ सिटी विनायक भोसले ने पुलिस कर्मियों को सख्त हिदायत दी कि किसी प्रकार की कोई ढील न दी जाए. बिना किसी वजह से अगर कोई सड़क पर खड़ा दिखाई दिया तो उसके खिलाफ धारा 144 के उल्लंघन के तहत मुकदमा दर्ज किया जाएगा.उधर जेल परिसर में मौजूद परिजन मीडिया से बचते नजर आए. आजम खान के बड़े बेटे अदीब आजम ने कहा कि आज पिता का दिन है, सिर्फ उनसे ही बात करिए.
आजम की रिहाई में पेंच फंसा, जुर्माना जमा न करने पर हो रही देरी
आजम खान की रिहाई में पेंच फंस गया है. रामपुर के एक केस की दो धाराओं में आजम पर 3 और 5 हजार रुपये का जुर्माना लगा था, वो अभी तक जमा नहीं हुआ है. इसलिए आजम की रिहाई में देरी हो रही है. 10 बजे जब कोर्ट खुलेगी, तब जुर्माना जमा होगा, उसके बाद ही आजम की रिहाई होगी. रिहाई में समय लगने लगने के चालते पुलिस ने सख्ती दिखाई और आने जाने वाले लोगों को रोकना शुरू कर दिया. सीओ सिटी विनायक भोसले भी सख्त दिखाई दिए. उन्होंने पुलिस कर्मियों को सख्त हिदायत दी कि किसी प्रकार की कोई ढील न दी जाए. उधर जेल परिसर में मौजूद परिजन मीडिया से बचते नजर आए. उधर पार्टी छोड़ने की अफवाह को जनप्रतिनिधियों ने सिरे से नकार दिया. कहा कि समाजवादी पार्टी आजम खान की खुद की पार्टी है. इसे छोड़कर जाना नामुमकिन है. वहीं आजम खान को लेने अयोध्या समेत तमाम जनपदों के समर्थक पहुंचे हैं.