राजनांदगांव:- जिले के डोंगरगांव निवासी एक परिवार ने अपने 11 वर्षीय पुत्र के साथ डोंगरगढ़ के नवोदय विद्यालय में अन्य विद्यार्थी द्वारा प्रताड़ना और आत्महत्या के लिए उकसाने के मामले में एसडीएम को आवेदन देकर इस पर कठोर कार्रवाई करने की मांग की है।
डोंगरगढ़ के नवोदय विद्यालय में कक्षा 6वीं के एक विद्यार्थी के साथ अन्य छात्रों के द्वारा उसे प्रताड़ित करने का मामला सामने आया है। पीड़ित बालक के द्वारा अपने परिजनों को पूरा मामला बताने के बाद उसके परिजनों ने एसडीएम से इस मामले में कार्रवाई की को लेकर शिकायत की है।
परिजनों ने बताया कि बीते 17 और 18 सितम्बर को विद्यालय परिसर में उनके पुत्र के साथ गंभीर घटनाएँ घटी जिसका उल्लेख करते हुए उन्होंने अपने शिकायत आवेदन में कहा है कि उनके पुत्र को कक्षा 8वीं और 7वीं के कुछ छात्रों द्वारा जबरन धमकाते हुए उसके गले में रस्सी बांधकर कहा कि पंखे से लटक जाओ, अन्यथा हम तुम्हारा गला दबाकर तुम्हें मार डालेंगे। एक छात्र ने तो उसका गला भी दबाया। इससे पहले भी उसके साथ अन्य विद्यार्थियों का व्यवहार ठीक नहीं रहा । उसकी कॉपियों छुपाई जाती रही, उसकी वस्तुएँ तोड़ीं गई। छात्रावास में उसके बिस्तर पर पानी और मिट्टी डाली गई। कई बार थाली, गिलास और उसकी चप्पल बाहर फेंक दी गई।
उक्त बालक ने नवोदय विद्यालय की प्रवेश परीक्षा उत्तीर्ण की है। उसकी एक आंख कृत्रिम है और दूसरी आँख से भी केवल आंशिक दृष्टि होने के बाद भी वह पूर्व में भी सीजी स्कूल में अध्ययन के दौरान अपनी कक्षा का टॉपर रहा है। उसने कठिन परिस्थितियों में भी लगातार अच्छी पड़ाई की है। नवोदय विद्यालय में प्रवेश के लिए उसमें परीक्षा भी पास की और मेडिकल सर्टिफिकेट भी बनवाया। जिसमें महज आंख की समस्या ही सामने आई।

