पिथौरागढ़: नेपाल में Gen-Z के विरोध प्रदर्शनों के बीच जेल तोड़ने की भी अनेक घटनाएं हुई हैं. जेल तोड़कर हजारों कैदी फरार होने की खबर है. नेपाल के राज बिराज जेल में कैदियों ने आग लगा दी. दार्चुला और बैतड़ी जिलों की जेलों से भी कैदी फरार हुए हैं. बीरगंज जेल में भागने की कोशिश नाकाम कर दी गई. कुछ कैदियों को बिहार के रास्ते भारत में घुसने की कोशिश करते हुए हुआ पकड़ा गया है. भारत-नेपाल सीमा पर सतर्कता बढ़ा दी गई है.
नेपाल के पिथौरागढ़ जिले से लगी जेलों से भागे कैदी: पड़ोसी देश नेपाल में जारी Gen-Z आंदोलन की आड़ में उपजे अराजक हालात के बीच दार्चुला और बैतड़ी जिलों की जेलों से कुल 143 कैदी फरार हो गए हैं. बीती रात दोनों जेलों में कैदियों ने भारी तोड़फोड़ और आगजनी की, जिसके बाद हालात बेकाबू हो गए. पुलिस और प्रशासन की तमाम कोशिशों के बावजूद कैदियों को काबू में नहीं किया जा सका और वे जेलों के ताले तोड़कर फरार हो गए.
सीडीओ ने की कैदियों के जेलब्रेक की पुष्टि: बैतड़ी जिले के मुख्य जिला अधिकारी (सीडीओ) पुण्य विक्रम पौडेल ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि-
नेपाल में जेलब्रेक से हड़कंप: इस बड़े जेलब्रेक के बाद नेपाल पुलिस और प्रशासनिक महकमे में हड़कंप मच गया है. भारत-नेपाल सीमा से सटे इन जिलों से कैदियों के भागने के बाद उनके भारत में अवैध रूप से प्रवेश करने की आशंका जताई जा रही है. विशेषकर काली नदी के जरिए कैदियों के पिथौरागढ़ जनपद की सीमा में घुसपैठ की आशंका को देखते हुए भारतीय सुरक्षा एजेंसियों को सतर्क कर दिया गया है. पिथौरागढ़ पुलिस और एसएसबी की संयुक्त टीमें सीमा क्षेत्र में लगातार गश्त कर रही हैं. इलाके को हाई अलर्ट पर रख गया है. झूला पूलों से आने जाने वाले हर व्यक्ति पर पैनी नजर रखी जा रही है.
नेपाल में हिंसा का पिथौरागढ़ के बाजार में असर: आंदोलन के दौरान हो रहे उग्र प्रदर्शन से नेपाल का सुदूर पश्चिम क्षेत्र भी बुरी तरह प्रभावित हुआ है. इसका असर भारतीय कस्बों पर भी पड़ रहा है. भारतीय बाजारों में कारोबार एक चौथाई पर सिमट गया है. नेपाल में हो रहे हिंसक प्रदर्शन को देखते हुए भारत के पिथौरागढ़ जिले से लगे बैतड़ी, दार्चुला, डडेलधूरा के स्कूल, कॉलेज और बाजार बंद हैं. यातायात व्यवस्था भी ठप पड़ी है.