रायपुर :- रायपुर सहित पूरे छत्तीसगढ़ में हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट लगाने का काम शुरू कर दिया गया है. ऐसे दो पहिया और चार पहिया वाहन जो 1 अप्रैल 2019 के पहले खरीदे गए हैं, उन वाहनों में हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट लगाया जाना है. हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट दो पहिया और चार पहिया वाहनों में लगाने की समय सीमा जून 2025 थी. जिसे अब सितंबर 2025 तक बढ़ाया गया है.जिसके बाद लोगों में हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट को लेकर जागरूकता भी दिख रही है. वाहन चालक अपने वाहनों में पुराने नंबर प्लेट बदलकर अब हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट लगवा रहे हैं.
रायपुर में चल रहा विशेष अभियान : इसके लिए रायपुर पुलिस के द्वारा चेकिंग अभियान भी चलाया जा रहा है. वाहन चालकों को समझाइश भी दी जा रही है कि आप अपने दोपहिया और चार पहिया वाहन में हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट जरूर लगवाएं. इसके पहले रायपुर पुलिस ने लगभग 50 वाहनों पर चालानी कार्यवाही भी की है. छत्तीसगढ़ के 28 जिलों में 52 लाख 48 हजार 476 चार पहिया और दो पहिया वाहन रजिस्टर्ड है, जिसमें से अब तक 4 लाख 61 हजार 913 गाड़ियों में हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट लगाए गए हैं.अब तक पूरे प्रदेश में 8.8 फीसदी वाहनों में ही एचएसआरपी नंबर प्लेट लगाए गए हैं.

वाहन चालक मकसूद अहमद ने बताया कि हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट को लेकर शहर में कई जगहों पर चेकिंग भी की जा रही है और चालानी कार्यवाही भी हो रही हैं. हमें भी पुलिस के द्वारा कालीबाड़ी के पास रोका गया था.
जून में समाप्त हो गई है समय सीमा : यातायात विभाग के ट्रैफिक एडिशनल एसपी डॉक्टर प्रशांत शुक्ला ने बताया कि हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट लगाने की समय सीमा जून महीने की थी जो निकल चुकी है. वाहन चालकों से पुलिस ने अपील की है कि सभी अपनी गाड़ी में हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट लगवाएं. इसके लिए जिले में 60 फिटमेंट सेंटर बनाए गए हैं. जहां पर लोग अपनी गाड़ियों के लिए हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करके लगवा सकते हैं.
पुलिस के द्वारा ऐसे वाहन चालकों को जिन्होंने हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट नहीं लगवाया है, उन्हें समझाइश देकर छोड़ा जा रहा है. इसके पहले पुलिस ने लगभग 50 वाहनों पर चालानी कार्रवाई की थी. चालानी कार्यवाही के दौरान पुलिस ने एक दो पहिया और तीन पहिया वाहन से 1000 रुपए का जुर्माना वसूला था. एक चार पहिया वाहन से 2000 रुपए जुर्माना वसूला था. जबकि एक भारी वाहन से 3000 रुपए की वसूली की गई थी.