रायपुर:- छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में मंगलवार को झमाझम बारिश हुई. करीब एक घंटे तक यह बारिश हुई. उसके बाद बुधवार को भी बीते आधे घंटे से रायपुर में तेज बारिश हो रही है. जिससे लोगों को गर्मी और उमस से राहत मिली है.
कोस्टल ओडिशा में बना साइक्लोनिक सर्कुलेशन: मौसम विभाग के मुताबिक बुधवार को कोस्टल ओडिशा और उसके आस पास एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन बना हुआ है.इस दौरान रायपुर और दुर्ग में हल्की से मध्यम वर्षा होने की संभावना है.दक्षिण छत्तीसगढ़ यानी बस्तर संभाग के एक दो स्थानों पर भारी वर्षा होने के आसार हैं.
गाल की खाड़ी में बना लो प्रेशर एरिया: मौसम वैज्ञानिक गायत्रीवाणी कांचीभोटला ने बताया कि अगले चार-पांच दिनों तक भारी वर्षा दक्षिण छत्तीसगढ़ के हिस्से में होने की संभावना है. इसके साथ ही अगले 24 घंटे के दौरान बंगाल की खाड़ी में एक लो प्रेशर एरिया बनने वाला है. इसके प्रभाव से पूरे प्रदेश में 25 और 26 जुलाई को मानसून की गतिविधि बढ़ेगी. मानसून की स्थिति अगले चार-पांच दिनों तक बने रहने की संभावना है.
25 और 26 जुलाई को भारी बारिश की संभावना: छत्तीसगढ़ मौसम विज्ञान केंद्र रायपुर ने 25 और 26 जुलाई को प्रदेश के कुछ जिलों में भारी बारिश की संभावना जताई है. मानसून गतिविधि बढ़ने की वजह से बारिश का दौर तेज होने की संभावना है.
पूरे प्रदेश में बढ़ेगी मानसून की रफ्तार: मौसम वैज्ञानिक गायत्रीवाणी कांचीभोटला के मुताबिक मानसून का सबसे ज्यादा असर 25 और 26 जुलाई को पूरे प्रदेश में देखने को मिलेगा.प्रदेश के उत्तर छत्तीसगढ़ में भी 25 और 26 जुलाई को मानसून की गतिविधि बढ़ जाएगी.बुधवार और गुरुवार की बात की जाए तो दक्षिण छत्तीसगढ़ के एक दो स्थानों पर भारी वर्षा होने की संभावना है. बस्तर संभाग के एक दो स्थानों पर भारी वर्षा के आसार हैं.गर्मी और उमस के बारे में मौसम वैज्ञानिक का कहना है कि काफी ज्यादा नमी साइक्लोनिक सर्कुलेशन बनने वजह से गर्मी और उमस महसूस की जा रही है.
रायपुर में बारिश से हो रहा जलभराव: रायपुर में बारिश की वजह से जलभराव की स्थिति पैदा हो रही है.मंगलवार को हुई एक घंटे से ज्यादा की बारिश में राजधानी की सड़कों के साथ निचले इलाकों में जल भराव जैसी स्थिति भी देखने को मिली थी.डेढ़ घंटे की बारिश के बाद फिर से तेज धूप निकलने के कारण उमस और गर्मी राजधानी में दिन भर बनी रही.