एर्नाकुलम:- केरल के पलक्कड़ में कार स्टार्ट करने के दौरान विस्फोट हो जाने से दो बच्चों की मौत हो गई.घटना के बारे में बताया जाता है कि लंबे समय से खड़ी कार को जब स्टार्ट करने की कोशिश की गई, इसी दौरान उसमें विस्फोट हो जाने से आग लग गई. आग लग जाने से कार में सवार बच्चों में गंभीर रूप से झुलसे दो बच्चों की मौत हो गई.डॉक्टरों ने बताया कि आग लगने से एमिलिना मारिया मार्टिन (4) और अल्फ्रेड मार्टिन (6) 60 फीसदी से अधिक जल गए थे. इलाज के दौरान दोनों बच्चों ने दम तोड़ दिया. वहीं बच्चों की मां एल्सी की भी हालत गंभीर बताई गई है. वहीं एक अन्य बच्चे की हालत खतरे से बाहर बताई गई है.
इस बारे में अस्पताल के अधिकारियों ने बताया कि आग में झुलसने की वजह से बच्चों की हालत बेहद गंभीर हो गई थी. बच्चों के आंतरिक अंग भी जल गए थे. हालांकि गंभीर हालत में एल्सी मार्टिन के अलावा उनके बच्चों एमिलिना मरिया मार्टिन और अल्फ्रेड मार्टिन को विशेष चिकित्सा देखभाल के लिए कोच्चि स्थानांतरित कर दिया गया था. यहां पर इलाज के दौरान दोनों बच्चों की मौत हो गई. वहीं एल्सी की हालत अभी भी गंभीर बनी हुई है. बताया जा रहा है कि उस पर दवाओं का असर हो रहा है.दूसरी तरफ मृत बच्चों के शवों को पोस्टमार्टम के बाद पलक्कड़ ले जाया जाएगा.
कार स्टार्ट-अप के दौरान विस्फोट
हादसा उस समय हुआ जब घर के आंगन में लंबे समय से खड़ी पुरानी मारुति 800 कार को स्टार्ट करने का प्रयास किया गया. एल्सी के द्वारा स्टार्ट करने के प्रयास में ही कार में विस्फोट हो जाने से आग लग गई. इससे कार में सवार बच्चों की मां एल्सी व बच्चों को बाहर निकलने का मौका नहीं मिला.हादसे में एल्सी और तीन बच्चे झुलस गए. इसमें सबसे छोटे दो बच्चों के साथ ही एल्सी सबसे ज्यादा झुलस गए.
अस्पताल अधिकारियों के अनुसार, एल्सी की सबसे बड़ी बेटी, अलीना, जो 40 प्रतिशत जल चुकी थी, शुक्र है कि अब गंभीर अवस्था से बाहर आ गई है. रिश्तेदारों ने पुष्टि की है कि अलीना का इलाज कोच्चि में जारी रहेगा.प्रारंभिक जांच से पता चलता है कि विस्फोट कार की बैटरी में शॉर्ट सर्किट की वजह से हुआ. साथ ही वाहन में पेट्रोल लीक होने तथा पीछे से आग लगने की भी आशंका जताई जा रही है.
एम्बुलेंस में मौजूद एक पड़ोसी ने बताया कि कार स्टार्ट करने की पहली कोशिश के तुरंत बाद पेट्रोल की गंध आ रही थी, और दूसरी कोशिश के दौरान विस्फोट हो गया. उन्होंने बताया कि कार का काफी समय से इस्तेमाल नहीं किया गया था.बता दें कि एल्सी, जो पलक्कड़ के कन्नडी स्थित एक निजी अस्पताल में नर्स थी, शाम को काम से घर लौटी ही थी कि अपने बच्चों के साथ बाहर जाने के लिए कार स्टार्ट करने का प्रयास कर रही थी, तभी आग लग गई.स्थानीय निवासियों को जब आग की ऊंची लपटें दिखाई दीं, तो उन्होंने एल्सी को बुरी तरह झुलसा हुआ पाया. उन्होंने बताया कि एल्सी ने खुद बच्चों को कार से बाहर निकाला.
परिवार को एक और झटका तब लगा जब एल्सी की मां डेजी भी बच्चों को बचाने की कोशिश करते समय झुलस गईं.घटनास्थल पर पहुंचे स्थानीय लोगों ने पास के एक कुएं से पंप से पानी निकालकर आग पर काबू पाया. घटनास्थल का दौरा करने वाले चित्तूर के पुलिस आयुक्त जे. मैथ्यू ने कहा कि आग लगने का प्राथमिक कारण शॉर्ट सर्किट होने का संदेह है.
डेढ़ महीने पहले पिता की हो गई थी मौत
गौरतलब है कि एल्सी के पति, मार्टिन का डेढ़ महीने पहले ही कैंसर के कारण निधन हो गया था. एल्सी ने दुर्घटना से एक दिन पहले ही काम पर वापस आना शुरू किया था. मूल रूप से अट्टापडी का रहने वाला यह परिवार पांच साल पहले पोलपुली पूलक्कट्टू में आकर बस गया था. इस हालिया दुखद घटना ने परिवार को गहरा सदमा पहुंचाया है.