रायपुर:- राजधानी रायपुर के पुलिस विभाग में वर्षों से जमी मनमानी की जड़ आखिरकार उखड़ गई। खमतराई थाना में लंबे समय से पदस्थ ASI रमेश यादव को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक लाल उम्मेद सिंह ने तत्काल प्रभाव से हटा दिया। ASI पर आरोप था कि वह कई वर्षों से एक ही थाने में जमे हुए थे और अपने आप को उच्च अधिकारियों से सीधा संपर्क वाला बताकर रौब गांठते थे।
रमेश यादव का रवैया न केवल विभाग की गरिमा के विपरीत था, बल्कि उन पर कुछ कबाड़ियों और ट्रांसपोर्ट कारोबारियों से नजदीकियों के आरोप भी लगते रहे हैं। अपने प्रभाव और रसूख के दम पर वर्षों से एक ही जगह टिके रहने वाले इस ASI के खिलाफ जब शिकायतें लगातार सामने आने लगीं, तो SSP लाल उम्मेद सिंह ने बिना देर किए त्वरित कार्रवाई करते हुए उनका तबादला कर दिया।
यह फैसला उन सभी पुलिस कर्मियों के लिए एक स्पष्ट संदेश है कि अनुशासनहीनता और पद के दुरुपयोग को अब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। SSP लाल उम्मेद सिंह की इस कार्रवाई को न केवल पुलिस विभाग के भीतर सराहा जा रहा है, बल्कि आम जनता भी इसे सही दिशा में उठाया गया कदम मान रही है।
यह घटना इस बात की मिसाल है कि अब रायपुर पुलिस में ईमानदारी, पारदर्शिता और कर्तव्यनिष्ठा सर्वोपरि है, और गलत के खिलाफ कार्रवाई निश्चित है।
SSP लाल उम्मेद सिंह अपनी वर्तमान भूमिका में रायपुर शहर में कानून-व्यवस्था बनाए रखने, अपराधों पर नियंत्रण, और पुलिस व्यवस्था में सुधार के लिए लगातार सक्रिय हैं। उनका नेतृत्व अपराधियों के लिए सख्ती और आम जनता के लिए सुरक्षा की गारंटी बन चुका है। पुलिसिंग को जन-मैत्री और जवाबदेह बनाने की दिशा में उनके प्रयासों की सराहना न सिर्फ आम नागरिक करते हैं, बल्कि प्रदेश स्तर पर सरकार और प्रशासनिक महकमा भी उन्हें एक ईमानदार, कड़क और कर्मठ अधिकारी के रूप में पहचानता है।