महासमुंद : छत्तीसगढ़ के महासमुंद जिले में शिक्षा विभाग में एक बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है। कौशल विकास के नाम पर निजी संस्था रि-इंडिया स्किल टेक्नोलॉजी सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड के शिक्षकों को सरकारी स्कूलों में अवैध रूप से नियुक्त किया गया है। यह मामला तब सामने आया जब तुसदा हायर सेकेंडरी स्कूल के प्रधान पाठक ने एक शिक्षिका को पदभार ग्रहण कराए जाने की जानकारी उच्च अधिकारियों को दी।
इसके बाद संयुक्त संचालक शिक्षा ने जिला शिक्षा अधिकारी (क्म्व्) को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। दरअसल, रि-इंडिया संस्था ने 13 दिसंबर 2024 को तुसदा हायर सेकेंडरी स्कूल के प्रधान पाठक को योगेश्वरी बघेल नामक शिक्षिका की ज्वाइनिंग लेटर भेजा। 21 दिसंबर को योगेश्वरी बघेल स्कूल पहुंची और प्रधान पाठक महेंद्र मरकाम ने डीईओ के आदेश मानकर उन्हें कार्यभार सौंप दिया। हालांकि, बाद में पता चला कि डीईओ मोहन राव सावंत ने ऐसा कोई आदेश नहीं दिया था।
उन्होंने स्पष्ट किया कि यह नियुक्ति तत्कालीन डीईओ मीता मुखर्जी द्वारा की गई थी, जिसे अब निरस्त कर दिया गया है। इस बीच, 15 जनवरी 2025 को डीईओ ने सभी प्राचार्य और प्रधान पाठकों को विभागीय पत्र भेजकर स्पष्ट किया कि रि-इंडिया के शिक्षकों से केवल अध्यापन का काम लिया जाए। उन्हें कार्यभार नहीं दिया जाए और न ही उनका नाम अटेंडेंस रजिस्टर में दर्ज किया जाए। इसके अलावा, उन्हें कोई अनुभव प्रमाण पत्र भी नहीं दिया जाए।
इस मामले में संभागीय संयुक्त संचालक शिक्षा ने 14 जनवरी को डीईओ मोहन राव सावंत को कारण बताओ नोटिस जारी किया था। नोटिस में तुसदा स्कूल के प्राचार्य के साथ उपस्थित होकर स्पष्टीकरण देने को कहा गया था। यह मामला शिक्षा विभाग में व्याप्त भ्रष्टाचार और अवैध नियुक्तियों की ओर इशारा करता है। अब उच्च अधिकारियों द्वारा इसकी गहन जांच की जा रही है और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।