रायपुर। नवा रायपुर के ग्राम कुर्रु में ग्रामीणों ने चक्काजाम कर दिया है। यह आक्रोश एक तेज रफ्तार हाईवा वाहन द्वारा छह भैंसों को कुचलने के बाद उत्पन्न हुआ। ग्रामीणों का आरोप है कि भारत माला सड़क प्रोजेक्ट के लिए मुरम और अन्य सामग्री ढोने वाले हाईवा वाहन डीजल बचाने के लिए गांव की सड़कों का उपयोग करते हैं।
इन भारी वाहनों की तेज रफ्तार और लापरवाही के कारण मवेशियों के साथ-साथ राहगीरों की जान भी खतरे में है।
गांव की सड़कों का अवैध उपयोग
ग्रामीणों के अनुसार, ये हाईवा वाहन आरंग की महानदी से अवैध तरीके से रेत और पत्थर लेकर अभनपुर और धमतरी की ओर जाने के लिए गांव की सड़कों को शॉर्टकट के रूप में इस्तेमाल करते हैं।
इनकी गति इतनी अधिक होती है कि वे नियंत्रण खो देते हैं, जिससे भैंसों और अन्य राहगीरों की जान जोखिम में पड़ जाती है।
ट्रैफिक व्यवस्था का अभाव
ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि रात के समय ही नहीं, दिन में भी ट्रैफिक अमले की अनुपस्थिति के कारण ये वाहन बिना किसी रोक-टोक के गांव के रास्तों से गुजरते हैं। अधिक ट्रिप्स करने की होड़ में वाहन चालकों की लापरवाही बढ़ती जा रही है।
चक्काजाम और कार्रवाई की मांग
भैंसों की मौत से आक्रोशित ग्रामीणों ने नए शहर में चक्काजाम कर दिया है। उनका कहना है कि प्रशासन को इन वाहनों की गतिविधियों पर सख्त कार्रवाई करनी चाहिए। उन्होंने मांग की है कि गांव की सड़कों पर तेज रफ्तार वाहनों की आवाजाही पर रोक लगाई जाए और ट्रैफिक नियमों का पालन सुनिश्चित किया जाए।
ग्रामीणों की सुरक्षा और मवेशियों का संरक्षण
आवश्यक ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि अगर जल्द ही समस्या का समाधान नहीं हुआ तो उनका विरोध प्रदर्शन और तेज होगा। प्रशासन से अपील है कि गांव की सड़कों का उपयोग भारी वाहनों द्वारा रोका जाए और यातायात व्यवस्था को मजबूत किया जाए।