रायपुर। राजधानी रायपुर में किसान के घर चोरी का एक अनोखा मामला सामने आया है. चोर ने किसान के घर चोरी तो की, लेकिन आधी रकम.ऐसा इसलिए क्योंकि किसान से जिस पलंग के अंदर 1.28 करोड़ रुपए कार्टून के अंदर छिपाकर रखे थे, चोर उसमें से सिर्फ 62 लाख रुपए ही ले गया. अब रायपुर पुलिस ने इस अनोखी चोरी के मामले में जांच शुरू कर चोर की तलाश शुरू कर दी है.
दरअसल राजधानी रायपुर के मुजगहन थाना क्षेत्र के ग्राम रवेली में सब्जी बाड़ी लगाने वाले तीन किसान भाइयों के संयुक्त मकान से 62.71 लाख रुपए से भरा कार्टून चोरी होने से हड़कंप मच गया है. दिलचस्प यह है कि जिस दीवान से नोटों से भरा कार्टून चोरी हुआ, उसी में एक और कार्टून में रखे 66 लाख रुपए सुरक्षित हैं. किसान परिवार को 10 एकड़ खेत बेचने से करीब ढाई करोड़ रुपए 21 अगस्त को मिले थे. उसके बाद एक भाई के परिवार को 82 लाख रुपए वाला कार्टून दे दिया गया था. शेष रकम दो कार्टून में (62.71 लाख और 66 लाख) तथा एक बैग में (28 लाख) बेडरूम के दीवान में रखे गए. दो अक्टूबर को 28 लाख वाला बैग निकाल लिया गया जबकि 23 अक्टूबर को पता चला कि 62.71 लाख वाला कार्टून गायब है.
परिवार के सदस्यों, मजदूरों व परिचितों पर भी संदेह
किसान कमल नारायण के पुत्र बाल मुकुंद सोनकर ने चोरी की रिपोर्ट मुजगहन थाने में दर्ज कराई है. जिस सब्जी बाड़ी के मकान में चोरी हुई है, वहां तीन भाइयों कमल नारायण सोनकर, त्रिलोचन सोनकर और जमुना प्रसाद सोनकर का 12-13 सदस्यों का परिवार संयुक्त रूप से रहता है. दो भाई लखन लाल एवं चिन्ताराम ग्राम मेड़ेसरा तथा एक-एक भाई क्रमशः छोटेलाल सोनकर संतोषी नगर और बहादुर सोनकर राजिम में रहते हैं.
किसान भाइयों ने चार भाइयों के हिस्से वाली रवेली की 10 एकड़ जमीन पेंशनबाड़ा निवासी योगेश वल्यानी को 36 लाख एकड़ के हिसाब से बेची थी. सौदे के वक्त 40 लाख और 21 अगस्त 24 को रजिस्ट्री कराने पर 2 करोड़ 42 लाख 99 हजार नकद तीन कार्टून और एक बैग में दिए गए थे. कार्टून में 82 लाख, 62 लाख 71 हजार 880 रुपए व 66 लाख रुपए थे. जबकि बैग में 28 लाख था. 82 लाख वाला कार्टून बादल सोनकर के बगल के अपने कमरे में रखा. जबकि दो अन्य कार्टून व बैग कमल नारायण के बेडरूम के दीवान में थे. 23 अक्टूबर को इसी दीवान से एक कार्टून गायब मिला. चोरी में परिवार के सदस्यों, मजदूरों, रिश्तेदारों और अज्ञात लोगों पर संदेह जताया गया है.
डीजीपी से शिकायत के बाद दर्ज हुई एफआईआर
जानकारी के मुताबिक पीड़ित परिवार के बाल मुकुन्द सोनकर ने डीजीपी से 11 नवंबर को इस मामले में शिकायत की. आरोप है कि मुजगहन टीआई को कई बार चोरी की जानकारी दी गई लेकिन कभी राष्ट्रपति विजिट तो कभी सीएम ड्यूटी और फिर राज्योत्सव में व्यस्त होने का हवाला देकर पुलिस ने एफआईआर दर्ज नहीं की. दावा है कि परिवार के कुछ सदस्यों का बयान जरूर लिया गया. पुलिस ने चोर का पता लगाने के प्रयास तक नहीं किए. तब परिवार के सदस्य पुलिस मुख्यालय पहुंचे. डीजीपी से शिकायत के बाद 15 नवंबर को चोरी का केस दर्ज किया गया. इस मामले में पुलिस को उम्मीद है कि इस मामले में जांच शुरू कर दी गई है, जल्द इस चोर को दबोच लिया जाएगा.