सक्ती : छत्तीसगढ़ के सक्ती जिले के छपोरा गांव में भारतीय स्टेट बैंक की फर्जी शाखा खोलकर आधा दर्जन को नौकरी देने का मामला सामने आया है। मामले का खुलासा तब हुआ जब सप्ताह भर से चल रहे इस नई शाखा की जानकारी बैंक के क्षेत्रीय अधिकारियों तक पहुंची तो उन्होंने अनभिज्ञता जाहिर करते हुए तत्काल इसकी जानकारी ली।
ग्रामीणों के मुताबिक, छपोरा में एसबीआई की नई शाखा खुलने की जानकारी हुई तो वे उत्सुकता के साथ वहां खाता खुलवाने पहुंचे। इस दौरान मौजूद कर्मचारियों ने बताया कि अभी सर्वर चालू नहीं हुआ है इसलिए खाता नहीं खुलेगा। बैंक के कामकाज संबंधी जानकारी ली तो उस पर भी स्टाफ द्वारा संतोषजनक जवाब नहीं दिया जा सका। इसके अलावा वहां के कामकाज देखकर भी लोगों को शंका हुई, जिस पर उन्होंने स्टेट बैंक के अधिकारियों से इसकी चर्चा की, जिस पर वे यहां जांच करने पहुंचे और यह मामला उजागर हुआ।
मिली जानकारी के अनुसार, सक्ती जिले में पिछले सप्ताह भर से भारतीय स्टेट बैंक की नई शाखा खुलने की जानकारी पुलिस टीम को मिली थी। इस दौरान पुलिस अधिकारियों को संदेह हुआ तो उन्होंने बैंक अधिकारियों से इसकी तस्दीक की। इस बीच भारतीय स्टेट बैंक के क्षेत्रीय अधिकारी भी निरीक्षण में पहुंचे। बताया जाता है कि भारतीय स्टेट बैंक के क्षेत्रीय अधिकारी छपोरा पहुंचे तो वहां स्टेट बैंक की तर्ज पर इस नई शाखा को संचालित होते देखा।
इस दौरान उन्होंने भीतर जाकर काम कर रहे आधा दर्जन कर्मचारियों से पूछताछ की तो वहां के मैनेजर नहीं पहुंचे है और कर्मचारियों से पूछताछ पर उनकी नियुक्ति संबंधी जो जानकारी मिली उससे बैंक के अधिकारी हरकत में आए और उन्होंने तत्काल पुलिस को इसकी सूचना दी। सूचना पर पुलिस टीम मौके पर पहुंची और संबंधितों से जानकारी ली गई। इसके बाद बैंक अधिकारियों से इस संबंध में मिली शिकायत व प्रावधान संबंधी जानकारी लेकर कार्रवाई शुरु की गई।
पुलिस के मुताबिक इस फर्जीवाड़े में प्रारंभिक तौर पर तीन आरोपियों के नाम सामने आए है, जिनमें से मुख्य सरगना रायपुर का रहने वाला बताया जा रहा है, जबकि दो लोग कोरबा के है। बहरहाल इस मामले में पुलिस फर्जीवाड़े का अपराध दर्ज करने की कार्रवाई कर रही है।
आवेदन मंगाकर कर्मचारी नियुक्त
तरीके से संचालित हो रहे एसबीआई शाखा छपोरा में आधा दर्जन कर्मचारी पिछले सात दिनों से काम कर रहे थे। पूछताछ पर उन्होंने बताया कि छपोरा में एसबीआई की शाखा खुलने और भर्ती संबंधी जानकारी मिलने पर उन्होंने आवेदन पत्र जमा किया था, जिसके आधार पर उनका चयन हुआ था। इस दौरान उन्हें बैंकिंग कार्य का प्रशिक्षण देने और विधिवत काम करने की बात कही गई थी।