सुकमा/कोंटा : सुकमा जिले के कोंटा ब्लाक का ग्राम इतकल अभी भी दहशत से उबर उबर नहीं पा रहा है। 15 सितंबर को जिस ग्राम में मौसम परिवार के 5 सदस्यों की निर्ममता से हत्या कर दी गई थी, उस गांव में आज भी सन्नाटा पसरा हुआ है। 48 घंटे के बाद गांव में एक भी पुरुष नजर नहीं आ रहा है। वहीं, दूसरी ओर घटना में पीड़ित मौसम परिवार ने अपने पुश्तैनी घर को हमेशा के लिए छोड़ दिया है। कोंटा ब्लाक में जादू टोना व शक की बुनियाद पर हुई हत्या के बाद अब सबकी निगाहें इस पूरे घटना के पीछे का राज जानने की है। एक ओर जहां पुलिस ने 1 महिला और 17 पुरुषों को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे भेज दिया है, लेकिन अभी भी घटना को लेकर कई तरह के रहस्य बरकरार है।
इस घटना को चिंगारी देने वाले उस वड्डे की तलाश पुलिस करने में लगी है। जिसने पूरे गांव को आरोपी बना दिया है। सूत्रों ने बताया कि इस घटना को लेकर 14 सिंतबर को ही पुलिस थाने में मौखिक शिकायत की गई थी। हालांकि इस मामले को लेकर थाना कोंटा के प्रभारी ने हिदायत देते हुए मामले को देखकर जाने की सलाह दी थी। इस बात की जानकारी ग्रामीणों को उसी दिन लग गई थी कि पूरे गांव की शिकायत थाने में कर दी गई है। वहीं इसी बात को लेकर गांव वाले मौसम बुच्चा से खफा हो गए और 15 सितंबर को इतनी बड़ी घटना को अंजाम दे दिया गया।
वर्ष 2012-13 में संघम सदस्यों ने की थी ग्रामीणों की पिटाई
ग्राम इतकल का जादू-टोना को लेकर पुराना संबंध रहा है। पीड़ति परिवार के परिजनों ने बताया कि वर्ष 2012-13 में जादू टोना जैसे मामले को लेकर मौसम परिवार पर आरोप प्रत्यारोप हुआ था। जुडूम के दौरान इस बात को लेकर मामला नक्सलियों तक पहुंचा था। तब क्षेत्र के संघम सदस्यों ने गांव के कुछ लोगों की पिटाई भी की थी। साथ ही चेतावनी देते हुए झूठा आरोप न लगाने की बात कही थी।